10/12/2025

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Insult to the pride of the tricolor, every home tricolor campaign turned into a business

Insult to the pride of the tricolor, every home tricolor campaign turned into a business

तिरंगा की शान में गुस्ताखी, हर घर तिरंगा अभियान को बनाया व्यवसाय

हर घर तिरंगा अभियान को अधिकारियों ने बनाया लाभ का धंधा।

प्रत्येक विभाग के अधिकारी बेच रहे राष्ट्रीय ध्वज !

सहायक आयुक्त कार्यालय के बाबू हेमंत पाण्डे ने जिले के बीईओ को एक-एक हजार झंडे बेचे, पैसा कहां जमा किया पता नहीं !

सर्व शिक्षा अभियान में डीपीसी खरे ने भी बीआरसी को बेचे एक-एक हजार झंडे !

जनपद पंचायत धार की 52 ग्राम पंचायतों में CEO मारिषा शिंदे ने कहा 25 रुपए प्रति नग से राष्ट्रीय ध्वज को बेचा जाएगा !

धार। (राकेश साहू) प्रदेश सरकार के द्वारा घर घर तिरंगा अभियान के तहत आम जन मानस में राष्ट्रीय भावना को दृढ़ करने के उद्देश्य से घर-घर तिरंगा अभियान को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां की गई हैं। राज्य सरकार का लक्ष्य है कि घर-घर तिरंगा लहरा कर राष्ट्र के प्रति आम आदमी में राष्ट्रीय भावना को जागृत किया जाय।

यह राष्ट्रीय ध्वज निःशुल्क उपलब्ध कराया जाना चाहिए। इसके लिए राज्य शासन ने कोई लिखित में आदेश जारी नहीं किया है और न ही जबरन किसी को विक्रय किया जाए। इसके लिए भी बाध्य नहीं किया है, लेकिन धार में कुछ अधिकारियों और बाबुओं ने इसे लाभ का धंधा बना लिया है। यह अधिकारी और बाबू खुले आम राष्ट्रीय ध्वज को अपने मातहतों को हजारों की संख्या में बेच रहे है, और रसीद भी नहीं दी जा रही है।

विक्रय से प्राप्त लाखों की राशि कहा, किस मद में जमा की जायेगी कोई पता नहीं है। कुल मिलाकर अधिकारियों और बाबुओं ने राष्ट्रीय देशभक्ति अभियान को भी कमाई का जरिया बना लिया है। बेहतर होता कि हर कर्मचारी को ध्वज खरीदने के लिए बाध्य न किया जाकर स्वप्रेरित होकर कही से भी क्रय करने की स्वतंत्रता दी जाती।

इस मुद्दे को लेकर संवाददाता ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत अभिषेक चौधरी से इस संबंध में चर्चा की तो उन्होंने बताया कि घर-घर तिरंगा अभियान के तहत हमें राष्ट्रीय ध्वज खरीदकर वितरित करना है। राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय ध्वज उपलब्ध नहीं करवाएं गए है, और न ही किसी प्रकार का कोई बजट आया है। राष्ट्रीय ध्वज कहां से खरीदना है, यह भी स्पष्ट नहीं है, राष्ट्रीय ध्वज को खरीदने के लिए राशि का भुगतान तो करना ही होगा।

समस्त विभागों के अधिकारियों ने कहां से खरीदे, कितना भुगतान किया यह हमें मालूम नहीं है। राज्य सरकार द्वारा राष्ट्रीय ध्वज खरीदने बेचने से संबंधित कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। सभी विभागीय अधिकारी अपनी-अपनी स्वेच्छा से खरीदेंगे। मेरे द्वारा किसी को भी आदेशित नहीं किया गया है।

उक्त राष्ट्रीय ध्वज को बेचने के बाद जो राशि एकत्रित होगी उसे किस मद में जमा कराना होगी। यह भी स्पष्ट नहीं है। संवाददाता ने जब इसकी खोजबीन शुरू की और धरातल तक इस अभियान को कैसे संपादित किया जा रहा है तो चौंकाने वाली जानकारी मिली।

जिला मुख्यालय पर समस्त विभागों में जाकर देखा तो विभागीय अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर दबी जुबान से बताया कि हमें जिला पंचायत के द्वारा लक्ष्य दिया गया है। जिला पंचायत के सीईओ अभिषेक चौधरी ने मौखिक रूप से आदेश दिया है। राष्ट्रीय ध्वज समस्त विभागीय अधिकारियों को हजारों की संख्या में दिए गए हैं और उनसे लाखों रुपए की राशि एकत्रित की जाएगी।

जिला शिक्षा केंद्र ने बेचे एक हजार झंडे —

प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्व शिक्षा अभियान जिला शिक्षा केंद्र के डीपीसी खरे ने बताया कि मुझे एक हजार राष्ट्रीय ध्वज दिए गए हैं जिन्हें हम फील्ड में निःशुल्क वितरित करेंगे जबकि विभाग के अंदरूनी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 3500 राष्ट्रीय ध्वज जिला शिक्षा केंद्र को दिए गए है और प्रत्येक राष्ट्रीय ध्वज की कीमत 25 रुपए प्रति नग है, जो छात्रावास अधीक्षक, शिक्षक को दिए जायेगे और उनसे यह राशि वसूली जायेगी।

सहायक आयुक्त कार्यालय के बाबू हेमंत पाण्डे ने समस्त बीईओ को बेचे लगभग 12 हजार झंडे —

आपको बता दें कि जिला पंचायत के माध्यम से सहायक आयुक्त कार्यालय के प्रत्येक विकास खंड शिक्षा अधिकारी को एक-एक हजार राष्ट्रीय ध्वज देने का लक्ष्य दिया गया है। जनजातीय कार्य विभाग धार के बाबू हेमंत पाण्डे ने जिले के समस्त 12 विकास खंड शिक्षा अधिकारियों को एक-एक हजार की संख्या में राष्ट्रीय ध्वज जबरन दिए और इनसे 25 रुपए प्रति नग के मान से एक हजार राष्ट्रीय ध्वज की राशि 25 हजार रुपए वसूलने का आरोप है। कुल 12 विकास खंड की राशि 3 लाख रुपए एकत्रित की जायेगी। जब इस संबंध में हेमंत पाण्डे लिपिक से जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि मुझे सहायक संचालक आनंद पाठक ने राष्ट्रीय ध्वज वितरित करने के लिए कहा मैने समस्त बीईओ को वितरित कर दिए हैं। जबकि सहायक संचालक आनंद पाठक ने कहा कि मैने इस प्रकार के निर्देश किसी को नहीं दिए हैं। सब के जवाब गोल मोल मिले।

जनपद पंचायत धार की सीईओ मारिषा शिंदे ने कहा राष्ट्रीय ध्वज 25 रुपए में दिया जायेगा —

जनपद पंचायत धार की सीईओ मारिषा शिंदे ने बताया कि हमें भोपाल से राष्ट्रीय ध्वज मिले हैं और उसका बिल भी हार्ड कॉपी में आया है। जिसका भुगतान हमें करना है। हमारे धार जनपद पंचायत में 52 ग्राम पंचायत हैं। इन सभी पंचायतों में राष्ट्रीय ध्वज सरपंच, सचिव के माध्यम से वितरित करना है और प्रत्येक राष्ट्रीय ध्वज की कीमत 25 रुपए के मान से ली जाएगी। एक ग्राम पंचायत को कितने राष्ट्रीय ध्वज 50 या 100 वितरित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस सवाल का जवाब नहीं दिया गया।

मप्र खादी ग्रामोद्योग एंपोरियम की स्टॉल पर राष्ट्रीय ध्वज कीमत 890, 1700, 2500 रुपए —

कलेक्टर परिसर में मप्र खादी ग्रामोद्योग एंपोरियम की दुकान (स्टॉल) पर राष्ट्रीय ध्वज की कीमत 890 रुपए, 1700 रूपये, 2500 रुपए में राष्ट्रीय ध्वज को बेचा जा रहा है। उक्त स्टॉल से प्राचार्य संदीपनी विद्यालय गंधवानी ने 3 बाय 4 का राष्ट्रीय ध्वज 1700 रूपये में क्रय किया है। इसी प्रकार प्राचार्य संदीपनी विद्यालय मनावर ने 2 बाय 3 का राष्ट्रीय ध्वज 890 रुपए और 3 बाय 4 का राष्ट्रीय ध्वज 1700 रुपए में क्रय किया गया है। जिसका बिल दिया गया है। कार्यपालन यंत्री मप्र हाउसिंग बोर्ड धार ने 3 बाय 4 का राष्ट्रीय ध्वज 1700 रूपये में क्रय किया गया है।

क्या बोले प्रभारी मंत्री —

इस संबंध में जिले के प्रभारी मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय से उनका पक्ष जानना चाहा तो उनके मोबाइल फोन पर संपर्क नहीं हो सका।

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी

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