KSS अस्पताल पर 5 दिवस में जांच कर कार्यवाही का दिया अल्टीमेटम, कारवाही नहीं होने पर दी जिले सहित पूरे प्रदेश में आंदोलन की चेतवानी।
नर्सिंग छात्र संगठन ने कलेक्टर को एक और ज्ञापन सौंपा। CMHO पर जांच में देरी और साक्ष्य को प्रभावित करने का आरोप, चेतावनी: प्रशासन नहीं जागा तो होगा आंदोलन।
धार। शहर का बहु चर्चित KSS अस्पताल एक बार फिर विवादों के घेरे में। नर्सिंग छात्र संगठन ने गंभीर आरोप लगाते हुए पुनः कलेक्टर धार को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें दावा किया गया है कि अस्पताल में फर्जी नर्सिंग स्टाफ द्वारा मरीजों का इलाज किया जा रहा है। संगठन का कहना है कि जिन कर्मचारियों के पास कोई वैध डिग्री या प्रमाणपत्र नहीं है, उन्हें स्टाफ नर्स की तरह तैनात किया गया है, जो चिकित्सा मानकों के पूरी तरह खिलाफ है।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि CMHO कार्यालय द्वारा जांच में जानबूझकर देरी की जा रही है और उपलब्ध साक्ष्यों को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है। छात्रों ने प्रशासन को आगाह करते हुए कहा है कि यदि 3 दिन के भीतर जांच पूरी नहीं हुई और दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं की गई, तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे।
बताया जा रहा है कि संगठन के पास KSS अस्पताल से जुड़े कई वीडियो प्रमाण मौजूद हैं, जिसमें गैर-पंजीकृत और अपात्र स्टाफ इलाज करते हुए स्पष्ट रूप से नजर आ रहे हैं। इसके बावजूद अब तक प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। छात्र संगठन ने यह भी कहा है कि यह मामला केवल फर्जीवाड़े का नहीं, बल्कि आम जनता की जान से खिलवाड़ का है। अगर प्रशासन ने इसे गंभीरता से नहीं लिया तो इसका असर सीधे स्वास्थ्य सुरक्षा पर पड़ेगा। उन्होंने मांग की है कि अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ की डिग्री और रजिस्ट्रेशन की जांच कर उचित कारवाही की जाए।

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