झाबुआ – पेटलावद। भोपाल नगर निगम नेता प्रतिपक्ष मोहम्मद सगीर द्वारा राजा भोज के प्रति अपमान जनक शब्द कहे जाने पर पूरा राजपूत समाज आहात हुआ है। राजा भोज (Raja Bhoj) जो अपने समय के भारतवर्ष के सर्वश्रेष्ठ सम्राट थे, विलक्षण योद्धा थे, अद्भुत पराक्रमी तथा कुशल प्रशासक थे। जिनका शासन लगभग पूरे भारतवर्ष पर था। राजा भोज की तुलना सम्राट विक्रमादित्य से होती है। राजा भोज एक ऐसे ऐतिहासिक सम्राट हैं जो अपने अद्भुत कृत्यों के कारण ऐतिहासिक होते हुए भी पौराणिक हो गये। क्योंकि साधारण जनमानस के लिये राजा भोज अपने कार्यों, अपने शौर्य अपने प्रभाव के कारण देवता तुल्य हो जाते हैं और उनके साथ अनेक किंवदंतियां भी जुड़ जाती हैं। भारतीय इतिहास में राजा भोज आज भी सर्वाधिक लोकप्रिय राजा और लोकनायक के रूप में जन-जन में विख्यात हैं। हिन्दी भाषी क्षेत्र में इस कहावत से सभी परिचित हैं कि कहां राजाभोज और कहां गंगूतेली। ऐसे महान आदर्श राजा भोज के लिए ऐसे शब्द राजपूत समाज कभी भी बर्दास्त नहीं करेगा
गौरतलब हो की मोहम्मद सगीर ने महाराजा राजा भोज को लूटेरा कहा जिसके विरोध में समस्त राजपूत संगठन जिला झाबुआ द्वारा पेटलावद तहसील कार्यालय में माननीय तहसीलदार महोदय को एक ज्ञापन सौंपा गया, और मोहम्मद सगीर पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई।साथ ही तहसीलदार महोदय द्वारा कार्रवाई करने के लिए आश्वस्त किया गया।
इस अवसर पर श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना, जय राजपुताना संघ, श्री राजपूत करणी सेना(मुल), माहाराणा प्रताप यूथ ब्रिगेड, एक पहल सामाजिक संस्था, सकल राजपूत समाज,अ. भा. क्ष. महासभा विश्व, गौतम ग्रुप पेटलावद एवं हिन्दू जागरण परिषद के कार्यकर्त्ता विरेन्द्र सिहं पांचपिपला,सूरज सिंह पंवार, भूपेन्द्र सिंह रायपूरिया, रविराज सिंह बोडायता, विजयपाल सिंह बैकल्दा, कृपालू सोलंकी, दीपराज सिंह गंगाखेड़ि, बब्बल बन्ना, रणजीत सिंह मोरएवं गौतम गहलोत सहित कई समाजजन उपस्थित रहे।
पेटलावद से विजयपाल सिंह राठौर की रिपोर्ट—
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