11 थानों के पुलिस बल ने साल के पहले दिन जामदा-भूतिया में दी दबिश, 5 घंटे से अधिक समय तक की सर्चिंग
सरदारपुर। बदमाशों का गढ़ कहें जाने वाले गांव जामदा- भूतिया में आज जिला पुलिस अधिक्षक बिरेन्द्र सिंह के निर्देशन पर तीन सब डीवजन से बड़ी संख्या में पुलिस बल ने सर्चींग ऑपरेशन चलाया। जामदा- भूतिया सहीत आसपास के कई गांवों में पुलिस ने आपराधिक गतिविधीयों में लिप्त आरोपीयों को पकड़ने एवं माल बरामद करने हेतु लगभग 5 घंटे से अधिक समय तक सर्चींग ऑपरेशन की। लेकिन पुलिस को वहां से खाली हाथ ही लौटना पड़ा। गौतरलब है कि पुलिस के आने की सुचना यहां के ग्रामीणों लोगो को लग जाती है, एवं हर बार की तरह इस बार भी वे अपने गांव छोड़ कर भाग गए।
आज सुबह सरदारपुर अनुभाग के थाना राजगढ़, सरदारपुर, अमझेरा, राजोद एवं अनुभाग मनवार के थाना मनावार, धरमपुरी, गंधवानी एवं अनुभाग कुक्षी के थाना कुक्षी, टांडा, बाग, डही का पुलिस बल एवं पुलिस लाईन से प्राप्त पुलिस बल के साथ बदमाशों का गढ़ माने जाने वाले ग्राम जामदा एवं भूतिया के साथ ही आमघाट, चुम्पीया, बिलवा एवं जामली के जंगलों में पुलिस बल ने सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक सर्चींग अभियान चलाया लेकिन पुलिस को हमेशा की तरह खली हाथ ही लौटना पड़ा।
भेड़ पालक भी पहुंचे पुलिस के साथ –
राजगढ़ के समिप हाल ही में भेड़ पालको पर हमला कर अज्ञात बदमाश 200 से अधिक भेड़ चुराकर ले गए। भेड़ पालको को शक था की उनकी भेड़ जामदा- भूतिया के बदमाश चुराकर ले गए है। पुलिस बल के साथ भेड़ पालक भी सर्चींग करने पहुंचे। जामदा-भूतिया क्षेत्र में आज एक दर्जन से अधिक चार पहिया वाहनो से भारी पुलिस बल पहुंचा था। जब भी पुलिस यहां दबिश डालने पहुंचती है तो बदमाश पुलिस के वाहन पर पथराव करते है लेकिन आज भारी पुलिस बल होने की वजह से बदमाश पहले ही अपने गांव छोड़कर भाग गए चुके थे।
सेकड़ो पुलिस जवानों ने की 5 घंटे सर्चिग –
सरदारपुर एसडीओपी एनके कांसोठिया, कुक्षी एसडीओपी प्रियंका डुडवे एवं मनावर एसडीओपी आनंद वास्केल एवं पुलिस अधिकारियों सहीत सैकड़ो पुलिस जवानों ने जामदा-भूतिया के जंगलो में सर्चीग की। सरदारपुर एसडीओपी एनके कांसोठिया ने बताया की 5 घंटे से अधिक समय तक पुलिस जवानों के साथ जामदा-भूतिया के क्षेत्र में घूमे। दबिश की सुचना मिलते ही सभी अपने गांव छोड़कर फरार हो गए थे।
प्रशासन एवं जनप्रतिनिधी मिलकर जोड़े मुख्य धारा –
प्रदेश में बदमाशों के गढ़ के नाम से प्रसिद्ध हो चुके गांव जामदा एवं भूतिया के लोग आपराधिक गतिविधियों में लिप्प बताए जाते है। हर बार पुलिस यहां दबिश देती है एवं कई बार पुलिस एवं बदमाशो का आमना-सामना होता है। अब यहां जन प्रतिनिधियों एवं प्रशासनिक अधिकारीयों को आगे आते हुए इस गांव के लोगो को मुख्य धारा से जोड़ना चाहिए। जिससे यहां के लोग आपराधिक गतिविधियों को त्याग कर शासन की योजनाओं का लाभ ले सके। अपना जीवन यापन एक अच्छे नागरिक की तरह व्यापन कर सके।
इन लोगों तक दबिश की सूचना कैसे पहुँचती है चिंता का विषय –
पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि इन लोगों को पकड़ने में काफी समय से सफलता नहीं मिली है। जबकि जिले के भारी पुलिस बल द्वारा कई बार इन क्षेत्रों में अपराधियों को पकड़ने के लिए दबिश दी गई परंतु आज तक पुलिस इन लोगो को पकड़ने में सफल नहीं हो पाई है। उस का मुख्य कारण क्या है ? यह सोचने की बात है, इन लोगों को पुलिस के आने की खबर कैसे लगती है, कहां से लगती है, यह चिंता का विषय है, परंतु इन लोगों के संपर्क पुलिस से भी अधिक तगड़े हैं, जो इनके क्षेत्र में पुलिस की सूचना उनके पहुंचने से पहले ही लग जाती है, और वह अपने गांव छोड़कर कहीं और पलायन कर जाते हैं।
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