देपालपुर – इंदौर। तहसील में कृषि विभाग का दोहरा चरित्र सामने आया है। गत दिनों बीज खराब देने के मामले में सियासत ने जोर पकड़ा था। आज एक बार फिर देपालपुर क्षेत्र के किसानों ने अपनी व्यथा अधिकारियों के बजाय मीडिया को सुनाई है। खरीफ फसल की मानसून की सक्रियता के बाद बोनी शुरू तो हो गई लेकिन आज भी कई किसानों को खरीफ कि फसल बोने के लिए बीज देपालपुर कृषि विभाग उपलब्ध नहीं करवा पा रहा है। इसको लेकर सरकार के प्रति किसानों का गुस्सा फूटता जा रहा है। इधर कृषि विभाग के अधिकारी सरकार की छवि खराब करने में बिल्कुल भी नहीं कसर छोड़ रहे हैं। कार्यालय के बाहर उन्होंने पर्ची चिपका दी की सोयाबीन का बीज समाप्त हो गया है। जब इसकी पड़ताल हमारे चैनल ने की तो पता चला कि किसानों को देने के लिए पर्याप्त बीज उपलब्ध है इसके बाद भी अधिकारियों की तानाशाही के चलते किसानों को बीज उपलब्ध नहीं करवाया जा रहा है। किसानों ने एसडीएम राधेश्याम मंडलोई को इसकी जानकारी दी, एसडीएम ने कस्बे के ग्राम सेवक को बुलाकर जानकारी ली। इसके बाद किसानों को बीज उपलब्ध करवाने की बात कही जा रही है। अब देखना दिलचस्प होगा कि सरकार की छवि को अधिकारी किस प्रकार से सुधारने पर खरे उतरते हैं।
गणपतसिंह परमार लिंबोदापार किसान ने बताया की सोयाबीन आयी है। SDM साहब से शिकायत की तबजाकर इन अधिकारीयों ने बोला है की छः किलो ग्राम सोयाबीन दिया जायेगा। जबकि यहाँ पर सोयाबीन आया हे किसान को उसकी पात्रता के अनुसार दिया जाना चाहिए।
कलाबाई गिरोड़ा किसान ने बताया की सोयाबीन है परन्तु अधिकारी देने में आनाकानी कर रहे है।
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