निर्वाचन आयोग की सख्ती, चाक-चौबंद रहेगें के इंतजाम।
इंदौर। एडीजी अजय शर्मा एवं डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र के मार्गदर्शन में जिला पुलिस बल द्वारा निष्पक्ष भयमुक्त एवं पारदर्शी निर्वाचन के लिए चाक-चौबंद इंतजाम कर लिए गए हैं। जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल लगाया गया है। केंद्रीय पुलिस बल की अतिरिक्त कंपनियां भी तैनात की जा रही है। किसी भी परिस्थिति के लिए पुलिस बल पूरी तरह से तैयार है। निर्वाचन के दौरान शांति एवं कानून व्यवस्था को भंग करने की किसी भी कोशिश को सख्ती से कुचला जाएगा।
डिप्लॉयमेंट प्लान
जिले के डिप्लायमेन्ट प्लान के तहत प्रत्येक भवन पर जहां मतदान केन्द्र है, एक वर्दीधारी का होना सुनिश्चित किया गया है। प्रत्येक बूथ पर एक विशेष पुलिस अधिकारी तैनात रहेगा। पुलिस अधीक्षक मुख्यालय वीरेंद्र सिंह के अनुसार जिन मतदान भवनों में 4 या अधिक बूथ एक साथ हैं, उनमें यदि वे क्रिटिकल हैं तो, 100 प्रतिशत जगहों पर केंद्रीय पुलिस बल लगाया गया है। केंद्रीय पुलिस बल से संरक्षित ऐसे कुल 203 भवन हैं। ग्रामीण क्षेत्र में एकल मतदान केंद्र जो क्रिटिकल की श्रेणी में हैं, उनमें आर्म्स गार्ड लगाये गये हैं। सभी क्रिटिकल एवं वल्नरेबल मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग, वीडियोग्राफी एवं सीसीटीवी. की व्यवस्था की गई है। अधिक संवेदनशील मतदान केन्द्रों पर सीएपीएफ (केन्द्रीय सशस्त्र बल) प्लान के अनुसार लगाया गया है। इनमें से 315 पर वेबकास्टिंग, 135 में वीडियोग्राफी एवं 105 में सीसीटीवी की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा 210 सेक्टर मोबाइल्स, 36-36 एफएसटी व एसएसटी कार्यरत हैं। जिले में 288 सेक्टर मजिस्ट्रेट जिला प्रशासन द्वारा बनाये गये हैं। जिले में 15क्यू.आर.टी. में केंद्रीय पुलिस बल के 15 हाफ सेक्शंस लगाये गये हैं। आर.ए.एफ. की एक कंपनी स्ट्राइकिंग फोर्स है। जिले में कोई दूसरे राज्य की सीमा नहीं लगती। इंदौर से लगने वाले मध्यप्रदेश के अन्य 4 जिलों की सीमा पर कुल 11 नाकेबनाये गये हैं। जिनमें 24 घंटे लगातार 14-14 (कुल154) का बल लगाया गया है। इस प्रकार लगभग 382 अधिकारी, 2500 पुलिस कर्मचारी, 450 होमगार्ड, 2300 विशेष पुलिस अधिकारियों, 16 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल, 03 कंपनी एस.ए.एफ. का बल लगाया गया है।
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