इंदौर में रंगपंचमी की गेर के दौरान हादसा, टैंकर के पहिए में दबकर शख्स की मौत… दुखी सीएम नहीं पहुंचे राजवाड़ा।
इंदौर में गेर मार्ग से जुड़ने वाली गलियों में बेरिकेट की गई थी, वही वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित था। गेर मार्ग में एम्बुलेंस और फायर बिग्रेड की गाडिया तैनात थी। गेर मार्ग की निगरानी सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से की गई थी। हुडदंग करने वालों पर फोकस रहा। कंट्रोल रूम से पुलिस पूरे समय निगरानी कर रही।
इंदौर। इंदौर के मध्यक्षेत्र राजवाड़ा में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी रंगपंचमी पर रंगारंग गेर निकली जा रही है। पूरा क्षेत्र रंगों से सराबोर है। टैंकरों से रंग और पानी की बौछार कई फीट ऊपर तक की जा रही है। वहीं तोपों से गुलाल उड़ाया जा रहा है। पूरे गेर मार्ग को कानून-व्यवस्था की दृष्टि से नौ सेक्टरों में विभाजित कर अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारियों को प्रभारी बनाया गया है। इन सेक्टरों की जवाबदारी एसडीएम को सौंपी गई है। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रोशन राय संपूर्ण कानून व्यवस्था के समन्व्यक हैं।
दर्दनाक हादसा, युवक की मौत —
राजवाड़ा में रंगपंचमी गेर के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया। भीड़ के बीच ट्रैक्टर का पहिया पेट पर चढ़ने से 45 वर्षीय शख्स की मौत हो गई। इससे कुछ देर के लिए मौके पर हड़कंप मच गया। घायल को तत्काल एम. वाय. अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
इस हादसे से दुखी मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गेर में शामिल नहीं होने का फैसला किया। वे इंदौर एयरपोर्ट से सीधा उज्जैन रवाना हो गए। पहले उनके राजवाड़ा आने का प्लान था।
- राजवाड़ा क्षेत्र में टोरी कार्नर से सुबह 10.30 बजे से गेर निकलने का सिलसिला प्रारंभ हुआ। हुरियारों की टोलियां पूरे शहर से गेर देखने के लिए राजवाड़ा पहुंची।
- पूरा क्षेत्र रंगों से सराबोर है। इस अद्भुत नजरों के गवाह शहर के हर उम्र के लोग बन रहे हैं। लाखों लोगों की गेर इस दौरान यहां मौजूद हैं।
- गेर की तैयारी एक दिन पहले ही पूरी हो चुकी थी और राजवाडा क्षेत्र में घरों और मंदिरों को प्लास्टिक शीट से ढंक दिया गया था। टोरी कार्नर से शुरू होकर राजवाड़ा, सराफा होते हुए नर्सिह बाजार गेर और फाग यात्रा पहुंचेगी।
- इसमें राधा कृष्ण फाग यात्रा, संगम कार्नर गेर, टोरी कार्नर गेर, रसिया कार्नर और मारल क्लब की गेर निकलती है। रसिया कार्नर की गेर इस बार नहीं निकली।
सेक्टरों का प्रभार अपर कलेक्टर को सौंपा —
- कलेक्टर आशीष सिंह ने पूरे गेर मार्ग में नौ सेक्टर बनाए हैं। इनका प्रभार अपर कलेक्टर को सौंपा गया है। सेक्टर एक, दो और तीन का प्रभार अपर कलेक्टर गौरव बेनल के पास रहेगा।
- वहीं सेक्टर चार, पांच और छह का प्रभार अपर कलेक्टर ज्योति शर्मा और सेक्टर सात, आठ और नौ का प्रभार अपर कलेक्टर राजेंद्र रघुवंशी को सौपा गया है।
- इनके अधीनस्थ सेक्टरों की जवाबदेही एसडीएम को सौंपी गई है। मुख्यमंत्री मोहन यादव गेर में दोपहर 12 बजे तक शामिल हो सकते है।
संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी —
प्रभारी अधिकारी अपने अपने सेक्टर में कानून-व्यवस्था पर नजर रखे हुए हैं। वह पुलिस, निगम और संबंधित विभाग के साथ समन्वय भी बनाएंगे। वहीं गेरों के साथ संलग्न अधिकारी उन गेरों के प्रभारी रहेंगे तथा पूरे समय साथ रहकर संबंधित गेर को समय से आगे बढ़ाते रहेंगे। इसके अलावा रूट में आने वाले संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखेंगे।
चेन स्नेचरों ने भी मचाया आतंक —
आज रंगपंचमी की गैर का आनंद लेने के लिए परिवार सहित कई लोग शामिल हुए,इसी दौरान गैर में महिला – पुरष के साथ चैन स्नैचिंग की घटना घटी, एम जी रोड थाने में लगभग 35 लोग और सराफा थाने में 20 लोगो द्वारा चैन चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है ,वही सराफा थाने में तीन महिला को चैन चुराने के संदेह में हिरासत में लिया गया है।

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