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जीत के जश्न में हुड़दंग: युवकों का मुंडन कर जुलूस निकालने के मामले ने पकड़ा तूल, एसपी ने कहा 7 दिन में आएगी जांच रिपोर्ट। 

देवास। कुछ दिन पहले तक अच्छे कामों के लिए सराही जाने वाली देवास पुलिस इन दिनों आलोचना का शिकार है। आरोपों से घिरी है। कुछ पुलिसकर्मियों की मनमानी के चलते पुलिस को कोसा जा रहा। कुछ लोगों ने हुड़दंग किया, जिसे सबने गलत बताया लेकिन इसके बाद पुलिस ने जो किया, उसने शर्मसार कर दिया। एसपी के नवाचारों की तारीफ की, मगर कोतवाली थाना पुलिस की कार्रवाई को बर्बरतापूर्ण बताया। कुछ युवकों ने तो आरोप लगाए कि टीआई सहित पुलिस वालों ने मारपीट की। इधर, घटना के बाद मंगलवार को विधायक भी एसपी आफिस पहुंचीं और एसपी से घटनाक्रम को लेकर चर्चा की।

  • दरअसल, चैंपियंस ट्राफी जीतने के बाद भारत की जीत की खुशी में एबी रोड स्थित सयाजी गेट पर लोगों ने जश्न मनाया था। आतिशबाजी की।
  • इसी दौरान कुछ लोगों ने लापरवाहीपूर्वक पटाखे फोड़े और समझाइश देने पहुंचे कोतवाली टीआई अजय गुर्जर से अभद्रता की। उनके वाहन में तोड़फोड़ का प्रयास किया।
  • अगले दिन पुलिस ने कुछ युवकों को हिरासत में लिया। प्रतिबंधात्मक कार्रवाई करते हुए उनका मुंडन करवाकर जुलूस निकाला। इसके बाद पुलिस सवालों में घिरी।
  • यह सब चल ही रहा था कि पुलिसकर्मी ने एक व्यापारी अखिलेश यादव को पीट दिया, जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हुआ। पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे और शिकायतें हुईं।
  • पूरे घटनाक्रम को लेकर एसपी पुनीत गेहलोद ने जांच के आदेश दिए हैं। एडिशनल एसपी जयवीरसिंह भदौरिया सभी घटनाओं की जांच कर सात दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

निर्दोषों को सजा नहीं मिलनी चाहिए- विधायक —

इस मामले में मंगलवार सुबह विधायक गायत्रीराजे पवार भी एसपी आफिस पहुंचीं। एसपी गेहलोद से चर्चा कर घटना की जानकारी ली। विधायक ने युवकों का मुंडन कर जुलूस निकालने के मामले को गलत बताया। विधायक ने कहा कि युवकों का कोई आपराधिक रिकार्ड या ऐसी पृष्ठभूमि नहीं हैं। इस तरह से मुंडन करके जुलूस नहीं निकालना था। पूरे मामले की हर पहलू पर जांच होनी चाहिए। पुलिस भी सुरक्षा के लिए ही है। वह भी अपना काम कर रही है, लेकिन निर्दोषों को सजा नहीं मिलनी चाहिए।

एडिशनल एसपी करेंगे जांच- एसपी —

एसपी पुनीत गेहलोद ने कहा कि विधायक ने घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्हें सबकुछ बताया है। टीआई से अभद्रता, व्यापारी की पिटाई, पुलिस पर लगे आरोप जैसे सभी बिंदुओं पर एडिएशनल एसपी को जांच सौंपी हैं। आतिशबाजी में जो युवक घायल हुआ था उसकी रिपोर्ट पर ही प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की गई है। दो सौ लोगों को आरोपित बनाने की खबर झूठी है।

कोतवाली पुलिस ने की बर्बरता —

घटनाक्रम के बाद आरोपित युवकों को पुलिस ने एसडीएम कोर्ट में पेश किया, जहां से जमानत पर रिहा किया। इसके बाद कुछ युवक स्वजनों के साथ एसपी आफिस पहुंचे। भाजपा नेता व नगर निगम में नेता सत्तापक्ष मनीष सेन, पार्षद शीतल गेहलोत, अर्जुन चौधरी, विशाल रघुवंशी, राजा अकोदिया आदि भी साथ थे। एसपी से चर्चा कर बताया कि किस तरह कोतवाली पुलिस ने अत्याचार किया। 9 मार्च की रात को भी पुलिस ने नावेल्टी चौराहा स्थित चाय, गन्ने के ज्यूस आदि की दुकान लगाने वालों को पकड़ लिया था। उस दिन भी मैं गया था और पुलिस कार्रवाई का विरोध किया था। जो लोग गलत हैं, उन पर कार्रवाई का विरोध नहीं है लेकिन निर्दोष लोगों को क्यों सजा दी जा रही।

कांग्रेस नेता बोले- अवैध कार्य करने वालों को भाजपा नेताओं का संरक्षण —

  • कांग्रेस भी मैदान में कूदी और जश्न के रंग में भंग डालने वालों पर कार्रवाई की मांग की। शहर कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी और प्रवक्ता चंद्रपालसिंह सोलंकी ने कहा कि जीत के जश्न में शराब के नशे में कुछ युवकों ने लापरवाहीपूर्वक पटाखे फोड़े।
  • महिलाओं व बच्चों की ओर फेंके, जिससे अप्रिय घटना हो सकती थी। कोतवाली थाना प्रभारी अजय गुर्जर व कुछ पुलिसकर्मी हुड़दंग कर रहे युवाओं को समझने लगे, लेकिन युवकों ने टीआई से बहस की।
  • गाड़ी के कांच फोड़े। आज देवास में बिक रहे नशे के कारण नशेड़ियों की यह स्थिति बन गई है कि हमारी सुरक्षा कर रहे पुलिस वाले भी अब सुरक्षित नहीं है।
  • जब से देवास में नशे, सट्टे, जुए के व्यापार में सत्ता पक्ष के लोगों में प्रतिस्पर्धा प्रारंभ हुई है तब से देवास में अपराधियों, नशेड़ियों का बोलबाला हो गया है।
  • इनको पूरा संरक्षण भाजपा नेताओं का मिल रहा है। इस कारण बड़े अपराध करने से भी नहीं चूकते हैं।
  • सत्ता व अपराध का गठजोड़ देवास को पतन की ओर ले जा रहा है, जिसका उदाहरण सयाजी द्वार की घटना है।
  • पुलिस ने भी निर्दोष व्यापारी अखिलेश यादव के साथ मारपीट की गई, उसे गंभीर चोट पहुंचाई व अन्य व्यापारियों से अभद्रता की। इन दोनों घटनाक्रम से देवास की छवि पूरे प्रदेश में धूमिल हुई है।

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी