15 हजार किसानों ने किया चक्का जाम… सुबह से हुई रात, नहीं निकला समाधान, जानें क्या है मांग।
धार। आगरा-मुंबई राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित खलघाट टोल प्लाजा पर धार, बड़वानी, खंडवा और खरगोन जिलों के करीब 15 हजार किसानों ने सोमवार को चक्काजाम कर दिया। सुबह 10 बजे 500 से अधिक वाहनों से यह किसान राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के नेतृत्व में जमा हुए और देर शाम तक सड़क पर जाम रहे। बड़ी संख्या में महिलाएं भी थीं। दोपहर में जिला प्रशासन और किसान प्रतिनिधियों के बीच धामनोद आइटीआइ में बैठक हुई, लेकिन बेनतीजा रही।
200 से अधिक जवान तैनात, जारी रहेगा आंदोलन
प्रशासन ने धार जिले में धारा 163 लागू कर दी है। साथ ही रूट डायवर्ट कर वाहनों को वैकल्पिक रास्तों से निकलवाया जा रहा है। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस के 200 से अधिक जवान तैनात किए गए हैं। कलेक्टर-एसपी भी स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। महासंघ के मालवा-निमाड़ मंत्री रामेश्वर गुर्जर ने बताया कि सरकार ने किसानों की मुख्य मांगों पर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया, इसलिए आंदोलन जारी रहेगा।
कानून व्यवस्था बिगाड़ेगा तो बख्शा नहीं जाएगा
राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार कक्का भी आंदोलन स्थल पर पहुंच सकते हैं। वहीं कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने कहा कि रास्ता जाम करने से समस्या का हल नहीं निकलता। प्रशासन किसानों से संवाद के पक्ष में है, वह मुझे ज्ञापन दे सकते हैं। कोई भी यदि कानून व्यवस्था बिगाड़ेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
ये हैं मांगें
- किसानों की प्रमुख मांगों में मक्का, सोयाबीन और कपास जैसी फसलों की पूर्व घोषित योजना के अनुसार सरकारी खरीदी हो।
- समस्त किसानों को ऋण मुक्ति हो।
- एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी) कानून बने।
- आदि गुरु शंकराचार्य के संकल्प अनुसार गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा दिया जाए।
- दलहन, कपास और प्याज का निर्यात तुरंत खोला जाए।
साभार- नईदुनिया।

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