madhyabharatlive

Sach Ke Sath

प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ में 30 लाेगों की मौत, MP के छतरपुर की महिला की मौत, दतिया-ग्वालियर के तीन लोग लापता।

प्रयागराज/यूपी। प्रयागराज महाकुंभ में बड़ा हादसा हो गया। मंगलवार की रात को संगम घाट पर भगदड़ मच गई। इसमें 30 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा अत्‍यधिक भीड़ के चलते हुआ। अचानक मची भगदड़ से किसी को संभलने का मौका नहीं मिला। इस मामले में डीआईजी महाकुंभ वैभव कृष्ण ने बुधवार शाम 6 बजे बाद मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि हादसा कैसे हुआ, इसमें कितनी जानें गईं। इसके बाद सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने भी भावुक होकर मृतकों के प्रति संवेदना व्‍यक्‍त की और उनके परिजनों के लिए 25 लाख रुपए के मुआवजे की भी घोषणा की।

ऐसे हुई यह घटना —

  • “ब्रह्म मुहूर्त से पहले रात 1 से 2 बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर भारी भीड़ जमा हो गई।
  • इस भीड़ के कारण दूसरी तरफ लगे बैरिकेड टूट गए।
  • भीड़ ने दूसरी तरफ ब्रह्म मुहूर्त की पवित्र डुबकी लगाने के लिए इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को कुचल दिया।
  • करीब 90 लोगों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया गया।
  • दुर्भाग्य से 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई।
  • इन 30 में से 25 की पहचान हो गई है और बाकी की पहचान होनी बाकी है।
  • इनमें कर्नाटक के 4, असम का 1, गुजरात का 1 लोग शामिल हैं।
  • 36 लोगों का स्थानीय मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है। फिलहाल स्थिति सामान्य है।
  • श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी महामंडलेश्वर, संतों, अखाड़ों से कुछ देरी से पवित्र डुबकी लगाने का अनुरोध किया है।
  • अखाड़ों का अमृत स्नान सुरक्षित रूप से संपन्न हो गया है।”  

महाकुंभ भगदड़ में मप्र के छतरपुर की महिला की मौत, दतिया-ग्वालियर के तीन लोग लापता —

  • प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के दौरान छतरपुर की एक महिला की भी मौत हो गई, वहीं दतिया और ग्वालियर के तीन लोग लापता हैं।
  • भगदड़ में छतरपुर जिले के सुनवाहा गांव निवासी महिला हुकुम बाई लोधी की मौत हो गई। बेटी दीपा लोधी (उर्फ बिन्ना) को मामूली चोटें आईं।
  • पति रमेश लोधी, जेठ-जेठानी सहित कई लोग साथ थे। भगदड़ में फंसी बेटी को बचाने के लिए मां हुकुम लोधी भगदड़ में घुस गई, जहां बेटी तो बच गई लेकिन मां की जान चली गई।
  • दतिया में स्थानीय ठंडी सड़क निवासी हरदास कुशवाह, पत्नी राजकुमारी कुशवाह व बड़े बेटे की बहू प्रियंका के साथ प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या के मौके पर स्नान के लिए गए थे।
  • भगदड़ में राजकुमारी लापता हो गईं। ग्वालियर के भितरवार के वार्ड 6 निवासी हरि साहू और उनकी पत्नी शकुंतला साहू 27 जनवरी को ट्रेन से प्रयागराज गए थे।
  • स्वजन के अनुसार, मंगलवार की शाम 5 बजे तक फोन पर बात हुई थी। भगदड़ के बाद से ही उनसे संपर्क नहीं हो रहा है।
  • उनके साथ गए डबरा पिछोर के ग्राम पुट्टी निवासी अमर सिंह कुशवाहा ने फोन पर बताया कि दंपति बिछड़ गया है।

बलिया के चार लोगों की कुंभ भगदड़ में मौत —

महाकुंभ में मची भगदड़ के दौरान बलिया जिले से तीन महिलाओं और एक बच्ची की मौत हुई है। इसमें नसीराबाद, सागरपाली की रोशनी पटेल (आठ वर्ष), रीना पटेल (36 वर्ष) और नगर पंचायत नगरा के चचयां की मीरा सिंह (50 वर्ष) व रिंकी स‍िंह (38 वर्ष) की भगदड़ में मौत हुई है। इसी तरह मऊ में कोपांगज क्षेत्र के फतेहपुर ताल नरजा निवासी 55 वर्षीय प्रभावती राजभर की महाकुंभ में भगदड़ के दौरान मौत हो गई है।

महाकुंभ में भगदड़ का असर 100 किमी दूर, रीवा तक थम गए वाहनों के पहिए —

  • मौनी अमावस्या पर प्रयागराज महाकुंभ में उमड़े श्रद्धालुओं और संगम के आसपास मची भगदड़ का असर उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की सीमा वाले क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है। दोनों राज्यों की चाकघाट और चित्रकूट स्थित सीमाओं को बंद करना पड़ गया।
  • इसका सर्वाधिक असर रीवा जिले में देखने को मिला। इसके चलते रीवा और सतना जिला प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल लगाकर रामपुर बघेलान के बेला बायपास पर रीवा की ओर जाने वाले वाले वाहनों को रोक दिया।
  • यह कदम उन वाहनों के लिए उठाया गया, जो उत्तर प्रदेश की सीमा के अंदर प्रवेश करने वाले थे। एक अनुमान के अनुसार चित्रकूट सीमा पर 40 हजार के आस-पास वाहन फंसे रहे। यद्यपि उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश की ओर आने-वाले वाहनों को आने दिया गया।
  • हालांकि मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात श्रद्धालुओं को रोकने के लिए उनके रात्रि विश्राम और भोजन की व्यवस्था भी जिला प्रशासन द्वारा कराई गई।
  • इस बीच, मुख्यमंत्री मोहन यादव ने एक्स-हैंडल पर श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की।
  • उन्होंने बताया कि भीड़ अधिक होने के कारण रीवा के चाकघाट में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के वाहन रुके हुए हैं। प्रशासन ने वहां खाने-पीने, ठहरने और स्वास्थ्य सुविधाओं की पूरी व्यवस्था की है।

 

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी