जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति धार ने 206 सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया।
शिक्षक ही भारत भाग्य विधाता और राष्ट्र निर्माता है- श्री श्रीधर बर्वे।
शिक्षक केवल वह नहीं जो स्कूल में पढ़ाता है बल्कि समाज का हर व्यक्ति पूरे समाज के लिए शिक्षक की भूमिका में रहता है- श्री मनोज कुमार सिंह।
शिक्षक ही विद्यार्थियों में चरित्र और संस्कार का निर्माण करते हैं- श्री अभिषेक चौधरी।
धार। जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति धार ने “सेवानिवृत्त शिक्षकों का विश्व का सबसे बड़ा सम्मान समारोह” की श्रंखला में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को धार में शिक्षक सम्मान समारोह और विशिष्ट प्रतिभाओं का सम्मान समारोह आयोजित किया।
श्रद्धा गार्डन में आयोजित गरिमामय समारोह के मुख्य वक्ता श्री श्रीधर बर्वे शिक्षाविद एवं सेवानिवृत्त प्राचार्य इंदौर तथा सम्माननीय अतिथिगण श्री मनोज कुमार सिंह डीआईजी, पुलिस अधीक्षक धार, श्री अभिषेक चौधरी सीईओ जिला पंचायत धार थे।
मंच पर जनजातिय कार्य विभाग के सहायक संचालक श्री आनंद पाठक, जिला शिक्षा अधिकारी श्री केशव वर्मा, भारतीय स्टेट बैंक के मुख्य प्रबंधक श्री फ्रांसिस डेविड,संरक्षक श्री रामनारायण धाकड,श्री बबन अग्रवाल ,समिति के अध्यक्ष नारायण कुबेरजी जोशी और संस्थापक तथा सचिव सुरेश गोयल भी आसीन थे।
प्रारंभ में माँ सरस्वती एवं डॉक्टर राधाकृष्णनजी के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं समक्ष में दीप प्रज्वलित कर सम्मान समारोह का विधिवत शुभारंभ किया गया। समिति के पदाधिकारीगण और सदस्यों ने मंचासीन सभी अतिथियों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
समिति के प्रवक्ता आशीष गोयल ने समिति का प्रतिवेदन देते हुए बताया कि विगत 41 वर्षों से समिति सेवानिवृत्त शिक्षकों का शॉल, श्रीफल, माला और सम्मान पत्र से सम्मान कर रही है। समिति द्वारा इन वर्षों में लगभग 5800 सेवानिवृत्त शिक्षकों का सम्मान किया जा चुका है ।समिति द्वारा सेवानिवृत्त शिक्षकों के भोजन की व्यवस्था भी की जाती है ।साथ ही पूर्व वर्षो में राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त ,राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों का भी सम्मान एवं हाई स्कूल तथा हायर सेकंडरी स्कूलों में 100 प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने वाले प्राचार्यो का सम्मान किया जाता रहा है।
विगत 11वर्षों से समिति द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्रों में धार और जिले का नाम राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित करने वाले विशिष्ट प्रतिभाओं का भी सम्मान किया जाता है। छोटे से स्तर से शुरू हुआ यह कार्यक्रम आज पूरे विश्व में एक अभिनव नवाचार उपलब्धि लिए हुए हैं। हमें पूरे देश से ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि इतने वर्षों से इस स्तर पर ऐसा सम्मान समारोह आयोजित किया जाता है, इसलिए समिति को वर्ष 2022 में वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स लंदन द्वारा तथा पूर्व में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने भी 2018 में सम्मानित किया है और यह पूरे धार शहर के लिए गौरव की बात है कि वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकार्ड्स और गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इसे सेवानिवृत्त शिक्षकों का विश्व का सबसे बड़ा सम्मान समारोह का दर्जा दिया है। समसामयिक रूप से पर्यावरण, राष्ट्रीय और सामाजिक क्षेत्र में भी समिति सक्रिय है।
नगर में 4 यात्री प्रतीक्षालय और आदर्श सड़क, धारेश्वर, लालबाग तथा हैप्पी विला गार्डन में विगत वर्षों में विश्व पर्यावरण दिवस और हरियाली अमावस्या पर पौधारोपण का कार्य भी किया है। कोरोना काल में जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरण और 2 महीने 11 दिन तक कोरोना टीका का वैक्सीनेशन कैंप का आयोजन भी समिति द्वारा किया गया। राष्ट्रीय और सामाजिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं।
जिला शिक्षक सम्मान समारोह समिति के संस्थापक और सचिव सुरेशचंद्र गोयल ने बताया कि समारोह में जनजातिय कार्य विभाग और शिक्षा विभाग के 1सितंबर 2024 से 31 अगस्त 2025 तक सेवानिवृत्त हुए 206 शिक्षकों का सम्मान किया गया।

साथ ही 13 विशिष्ट प्रतिभाओं, विभूतियों में नशा मुक्ति अभियान, साइबर क्राइम निरोधक जागरूकता अभियान और कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने हेतु पुलिस अधीक्षक श्री मनोज कुमार सिंह, राज्य स्तरीय संपूर्णता सम्मान समारोह में गोल्ड मेडल से सम्मानित श्री राकेश तोमर, जीव दया और वात्सल्य गौशाला संचालक के रूप में सुश्री विजया शर्मा, राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग प्रशिक्षक श्री राजकुमार चौहान, भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट पद पर चयनित कुमारी श्रावणी विभूते, हिंदू आश्रम पीपलखेड़ा और विवेकानंद केंद्र के संचालक रूप में समाज सेवा कर रहे हैं श्री सरदार सिंह तंवर, चित्रकला के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर कालिदास समारोह में विजेता रहकर सम्मानित, श्रीनाथ नारायण मंदिर रासमंडल में ठाकुर जी की सेवा और श्रृंगार कर रहे हैं। श्री मुकेश व्यास, 85 वर्ष की आयु में भी गायत्री परिवार की गतिविधियों को घर-घर तक पहुंचाने वाले श्री रमेशचंद्र सचान, प्रसिद्ध स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा प्रजापिता ब्रह्माकुमारी केंद्र धार की संचालिका श्रीमती डॉक्टर लता चौहान, भारत सरकार की ओर से मध्यप्रदेश हाई कोर्ट में शासकीय अधिवक्ता के रूप में नियुक्त श्री हर्षद वडनेरकर, कुशल प्रशासक के रूप में धार में पहचान स्थापित करने वाली पूर्व अनुविभागीय अधिकारी श्रीमती रोशनी पाटीदार, शिक्षा, साहित्य और समाज सेवा के क्षेत्र में धार को गोरवान्वित करने वाले डॉक्टर श्रीकांत द्विवेदी को स्मृति चिन्ह, सम्मान पत्र, श्रीफल और माला से सम्मानित किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता श्री श्रीधर बर्वे ने डॉ राधाकृष्णन जी और डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कई उदाहरण प्रस्तुत किये। उन्होंने बताया कि वे राष्ट्रपति जैसे महत्वपूर्ण पद पर रहने के बाद भी जीवन पर्यंत शिक्षक रहे। उन्होंने कहा कि मनुष्य ने आकाश में उड़ना तो सीख लिया है पर धरती पर मनुष्य की तरह रहना होगा, यही शिक्षा है। देश की शिक्षा पद्धति में भी सुधार की आवश्यकता है।
डीआईजी श्री मनोज कुमार सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि आने वाले समय में समाज में बच्चों को सुरक्षित रखना होगा। शिक्षक के साथ-साथ इसमें माता-पिता की महत्वपूर्ण भूमिका है। समाज में बदलाव तभी संभव है जब हर व्यक्ति अपने नागरिक कर्तव्यों का पालन करें। इतने सारे शिक्षकों के बीच में उपस्थित होकर उन्होंने अपने आप को भाग्यशाली बताया।
सीईओ जिला पंचायत श्री अभिषेक चौधरी ने कहा कि समिति का सम्मान समारोह का कार्यक्रम प्रशंसनीय है। वह शिक्षक ही है, जो हर व्यक्ति में क्षमताएं विकसित करता है और हर परिस्थिति का सामना करने के लिए आत्मनिर्भर बनाता है।
समारोह को सहायक संचालक जनजातिय कार्य विभाग श्री आनंद पाठक और जिला शिक्षा अधिकारी श्री केशव वर्मा ने भी संबोधित किया।
समारोह में स्वागत भाषण समिति उपाध्यक्ष ब्रजकिशोर बोडा, आभार प्रदर्शन समिति कोषाध्यक्ष रमेश सोलंकी और सुचारू संचालन प्रसिद्ध साहित्यकार और वरिष्ठ शिक्षाविद डॉ श्रीकांत द्विवेदी ने किया।

नन्ही सी बालिका मुक्ता और हिमानी अंकुर पालीवाल ने सरस्वती वंदना नृत्य के साथ प्रस्तुत करी। श्री हरजीत सिंह होरा ने गुरु वंदना प्रस्तुत करी।
समस्त अतिथियों का स्वागत एवं स्मृति चिन्ह संरक्षक बबन अग्रवाल, अध्यक्ष नारायण कुबेर जोशी, संस्थापक और सचिव सुरेशचंद गोयल, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के मैनेजर बी संतोष, उपाध्यक्षगण कृष्ण कुमार गोयल, लक्ष्मीनारायण मुकाती, ब्रजकिशोर बोडा, कोषाध्यक्ष रमेश सोलंकी, सह सचिव गंगासिंह सिसोदिया, सतीश शर्मा, अशोक वर्मा, हरजीत होरा, अंकुर पालीवाल ने भेंट किए।
समारोह को सफल बनाने में श्रीमती प्रभावती धाकड़, इरफान पठान, राजेश अग्रवाल, मुरली अग्रवाल, रितेश अग्रवाल, श्रीमती अरुणा बोड़ा, श्रीमती मनजीत कौर होरा, राजेश सक्सेना, राजाराम गोयल, अतुल कालभंवर, भुवान बघेल, सयाजीराव मोहिते, नंदकिशोर उपाध्याय, प्रभाकर खामकर, रामगोपाल वेद, देवेंद्र जोशी, श्रीमती कुरैशी आदि का सहयोग रहा।
समारोह में गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधिगण, शासकीय अधिकारी, पत्रकारगण, मीडियाकर्मी आदि उपस्थित थे। उक्त जानकारी समिति के प्रवक्ता आशीष गोयल ने दी।

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