06/10/2025

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City's private hospital accused of employing non-degree holding nursing staff!

City's private hospital accused of employing non-degree holding nursing staff!

शहर के निजी चिकित्सालय पर बिना डिग्री धारक नर्सिंग स्टाफ रखने का आरोप !

धार। शहर के बहु चर्चित निजी अस्पताल ॐ साई राम के संचालक द्वारा एक और KSS हॉस्पिटल को लेकर शुक्रवार को बड़ा मामला सामने आया, जंहा पर नर्सिंग छात्र संगठन धार ने कलेक्टर कार्यालय की आवक-जावक शाखा में एक लिखित आवेदन प्रस्तुत कर गंभीर आरोप लगाए।

आपको बता दे की आवेदन के अनुसार उक्त अस्पताल में लंबे समय से कथित रूप से बिना मान्यता प्राप्त नर्सिंग डिग्री और नर्सिंग काउंसिल के पंजीयन के व्यक्तियों को बाकायदा नर्सिंग स्टाफ बनाकर मरीजों की सेवा में लगाया जा रहा है। संगठन का कहना है कि यह स्थिति न सिर्फ चिकित्सा क्षेत्र के नियम-कायदों की धज्जियां उड़ाती है, बल्कि सीधे तौर पर मरीजों के जीवन को घोर संकट में डालती है।

आवेदन में तीखे शब्दों में उल्लेख किया गया कि यह कृत्य “मरीजों की जान के साथ जघन्य खिलवाड़” की श्रेणी में आता है और इस पर तत्काल, निष्पक्ष एवं कठोर कार्रवाई होना अत्यावश्यक है।

नर्सिंग छात्र संगठन के पदाधिकारी विक्रम गणावा ने बताया कि संगठन को लगातार यह शिकायतें मिल रही थीं कि KSS हॉस्पिटल में डिग्रीविहीन और अनुभवहीन व्यक्तियों को बाकायदा वर्दी पहना कर नर्सिंग कार्य में तैनात किया जा रहा है। उन्होंने कहा मरीज या उनके परिजन अक्सर इस भ्रम में रहते हैं कि उनकी देखरेख कोई योग्य नर्सिंग स्टॉफ कर रहा है। जबकि हकीकत कुछ और ही होती है। अगर यह बात जांच में सही निकली तो इसे सीधे-सीधे गंभीर अपराध माना जाएगा।

उच्च स्तरीय जांच समिति से करवाई जाय जाँच —

आवेदन में साफ तौर पर मांग की गई कि प्रशासन तत्काल एक उच्च स्तरीय जांच समिति बनाकर अस्पताल में कार्यरत समस्त नर्सिंग स्टाफ की शैक्षणिक योग्यताओं और रजिस्ट्रेशन प्रमाण-पत्रों का विधिवत सत्यापन करे। साथ ही जिनके पास कानूनन मान्यताएं नहीं हों, उन्हें फौरन हटाकर आपराधिक धाराओं में केस दर्ज किया जाए।

संगठन का कहना है कि इस तरह की कथित अनियमितताएं सिर्फ एक अस्पताल तक सीमित नहीं रह जातीं, बल्कि पूरे जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को संक्रमित कर देती हैं। आवेदन में यह चेतावनी भी दी गई कि यदि जिला प्रशासन समय रहते कठोर कदम नहीं उठाता, तो मरीजों की जान से खिलवाड़ और “काली कमाई” का यह सिलसिला और बढ़ जाएगा।

शहर के नागरिकों में भी चिंता की लहर —

सूत्र बताते हैं कि अब तक के एस एस हॉस्पिटल प्रबंधन की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम ने शहर के नागरिकों में भी चिंता की लहर पैदा कर दी है। अनेक लोग मानते हैं कि यदि यह आरोप सही साबित हुआ तो यह मेडिकल पेशे के मूल्यों और भरोसे पर सीधा हमला होगा।

कानूनी विशेषज्ञों की मानें तो भारत में बिना पंजीयन और डिग्री के नर्सिंग सेवाएं देना नर्सिंग काउंसिल एक्ट, 1947 समेत कई नियमों के उल्लंघन में आता है। दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार व्यक्तियों और संस्था पर सख्त सज़ा का प्रावधान भी है।

यह मुहीम किसी व्यक्ति विशेष के विरुद्ध नहीं —

नर्सिंग छात्र संगठन ने स्पष्ट किया कि यह मामला किसी व्यक्ति विशेष के विरुद्ध नहीं, बल्कि मरीजों की सुरक्षा और स्वास्थ्य अधिकारों के पक्ष में उठाया गया कदम है। उन्होंने कहा कि मांगें पूरी न होने पर आगे जिला स्तर से लेकर राज्य स्तर तक आंदोलन चलाया जाएगा।

आवेदन में मांग की गई कि सत्यापन और जांच का निष्कर्ष जल्द सार्वजनिक किया जाए, ताकि आम जनता जान सके कि उनके इलाज के नाम पर कोई छलावा तो नहीं चल रहा।

क्या कहना हॉस्पिटल संचालक का —

जब इस मामले में अस्पताल प्रबंधक धर्मेंद्र कुशवाह से हमने संपर्क किया तो उन्होंने हमें बताया कि- हमारे यहां तो ऐसा कुछ नहीं है बिना डिग्री वाले नहीं है, हा लेकिन ट्रेनिंग के लिए बच्चे आते है लेकिन जो जॉब कर रहे है वो सब डिग्री वाले है। जब पड़ने वाले छात्र छात्रा की कोलेज की छुट्टियां रहती है या गर्मी की छुट्टी में सीखने के लिए आते है और अभी वर्तमान में हमारे पास करीबन 10 डिग्रीधारी नर्सिंग स्टाफ है।

अस्पताल संचालक ने यह तो माना कि अस्पताल में बिना डिग्री वाले काम करते है —

अस्पताल प्रबंधक द्वारा जो हमें जानकारी दी गई उसके अनुसार वो कह रहे है कि सीखने के लिए बच्चे आते है तो कही ऐसा तो नहीं कि अस्पताल में जो नॉन डिग्री धारी नर्सिंग स्टाफ काम कर रहे हो उनको ये लोग सीखने का हवाला देते हो ताकि अस्पताल पर कोई सीधा आरोप न लगे या कही न कही अस्पताल संचालक धर्मेंद्र कुशवाह ने यह तो माना है कि अस्पताल में बिना डिग्री वाले काम करते तो है।

अस्पताल संचालक धर्मेंद्र कुशवाह ने शायद इस बात को सीखने का हवाला दिया हुआ है।

अब देखना यह है कि नर्सिंग छात्र संगठन ने के एस एस अस्पताल के भ्रष्टाचार के खिलाफ जो मोर्चा खोला है वो कहा तक जाता है या मामले में लीपापोती कर ऐसे ही मामला राफे दफे कर दिया जाएगा।

City's private hospital accused of employing non-degree holding nursing staff!
City’s private hospital accused of employing non-degree holding nursing staff!

क्या कहते हैं जिम्मेदार —

नर्सिंग छात्र संगठन द्वारा KSS हॉस्पिटल धार के विरुद्ध एक आवेदन जिला कलेक्टर महोदय को दिया गया है, कलेक्टर महोदय के आदेश अनुसार उक्त आवेदन पर टीम गठित कर जांच करवाई जाएगी। अस्पताल प्रबंधन में इस प्रकार की कोई गड़बड़ियां पाई गई तो नीयमानुसार कार्यवाही की जाएगी। डॉ राकेश कुमार शिंदे – मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला धार। 

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी