18/05/2025

madhyabharatlive

Sach Ke Sath

इंदौर नगर निगम में स्मार्ट सिटी और विघुत विभाग अधिकारियों ने लूट 24 लाख रूपये प्रतिवर्ष।

निगम में स्मार्ट सिटी और विघुत विभाग मे भ्रष्ट अधिकारियों ने निगम को मेंटेनेंस के नाम पर 75 लाख का चूना अलग से लगाया।

इंदौर। नगर निगम देश में घोटालों में नम्बर वन हो गया हैं। इंदौर नगर निगम में भ्रष्टाचार का जमकर बोलबाला हैं।

इंदौर नगर निगम में भ्रष्ट अधिकारियों ने भ्रष्टाचार का नया इतिहास बनाने की शपथ ले रखी हैं। म.प्र.कांग्रेस कमेटी महासचिव राकेश सिंह यादव ने बताया की नये भ्रष्टाचार का मामला इंदौर नगर निगम स्मार्ट सिटी एंव विघुत विभाग ने मिलकर किया हैं। इंदौर नगर निगम ने दिल्ली की सूर्या रोशनी लिमिटेड को वर्ष 2019 में 8 हज़ार एलईडी लाईट लगाने का कांट्रेक्ट दिया था।इसके बाद अतिरिक्त 4 हज़ार एलईडी लाईट लगाने का कांट्रेक्ट बढ़ाया गया। टेंडर की लागत 10 करोड़ थी। कुल 12 हज़ार एलईडी लाईट लगाने का कार्य किया गया था।

इंदौर नगर निगम कांट्रेक्ट में सूर्या रोशनी लिमिटेड को 7 सालों तक समस्त 12 हज़ार एलईडी लाइटों को लगाकर समस्त एलईडी लाइटों का मेंटेनेंस सूर्या कंपनी को करना था। लेकिन नगर निगम में स्मार्ट सिटी अधिकारी एंव विघुत विभाग के अधिकारी आशुतोष शर्मा ने सूर्या रोशनी लिमिटेड को टेंडर देने के बाद मेंटेनेंस का कार्य सूर्या रोशनी लिमिटेड से असंवैधानिक तरीक़े से इंदौर की दम्माणी इलेक्ट्रिकल को दिला दिया। जबकि टेंडर अनुसार मेंटेनेंस का कार्य सूर्या रोशनी लिमिटेड को ही करना था। इसके पश्चात सूर्या रोशनी लिमिटेड संपूर्ण एलईडी लाइट लगाकर पेमेंट लेकर दिल्ली रवाना हो गई।

जब एलईडी लाइट ख़राब होती हैं तब कंपनी नई लाईट ज़रूर उपलब्ध करा रहीं है। लेकिन स्मार्ट सिटी एंव विघुत विभाग के अधिकारी इन रिप्लेस एलईडी लाइटों का अन्य जगह उपयोग करके फ़र्ज़ी बिल लगाकर भुगतान मेंटेनेंस के नाम लेते हैं एंव निगम के अमले के पास मौजूद अन्य एलईडी लाईट को निगम की गाड़ियों से बदलवा देते हैं।

यहॉं निगम के ख़ज़ाने को दो तरह से लूटा गया हैं।

इंदौर नगर निगम के टेंडर की शर्तो के अनुसार प्रतिवर्ष मेंटेनेंस का 24 लाख रूपये भुगतान स्मार्ट सिटी द्वारा सूर्या रोशनी लिमिटेड को किया जाता हैं। स्मार्ट सिटी के अधिकारी एंव निगम विघुत विभाग के अधिकारी दोनों मिलकर डमी कंपनी दम्माणी इलेक्ट्रिकल को मेंटेनेन्स का कार्य काग़ज़ों पर दिखाकर स्मार्ट सिटी से प्राप्त प्रतिवर्ष 24 लाख रूपये का भुगतान सीधे अधिकारियों द्वारा हड़प लिया जाता हैं।

24 लाख प्रतिवर्ष मेंटेनेंस का बजट डमी कंपनी दम्माणी इलेक्ट्रिकल के माध्यम से लूटने के बाद निगम के अधिकारी मेंटेनेंस का कार्य निगम के कर्मचारियों और विघुत विभाग की गाड़ियों से कराकर इंदौर नगर निगम को लाखों का चूना लगा रहें हैं। निगम की गाड़ी क्रमांक MP-09LQ 9603 को रंगे हाथ सूर्या की एलईडी लाईट बदलते पकड़ा हैं।

सूर्या रोशनी लिमिटेड को मेंटेनेंस के पेटे प्रतिवर्ष दी गई राशि 24 लाख सीधे भ्रष्ट अधिकारियों ने हड़पी हैं। सूर्या रोशनी लिमिटेड से ख़राब हुई एलईडी भी निगम के खर्चे से बदलने का भ्रष्टाचारी खेल जारी हैं।

स्मार्ट सिटी में सुनियोजित षड्यंत्र रचकर किये गये भ्रष्टाचार में पूर्व अधिकारी राकेश अखंड एंव वर्तमान अधिकारी सुनील गुप्ता की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। इंदौर में भ्रष्ट अधिकारियों की हिम्मत देखिए की मेंटेनेंस का कार्य दम्माणी इलेक्ट्रिक से नहीं कराकर निगम के स्टॉप से मेंटेनेंस का कार्य कराया जा रहा हैं।

सबूत के तौर पर एक निगम की गाड़ी को साकेत नगर में रंगे हाथ पकड़ा गया। इससे स्पष्ट होता हैं की इंदौर नगर निगम में स्मार्ट सिटी के सुनील गुप्ता एंव विघुत विभाग के अधिकारी आशुतोष शर्मा एंव लोकेश मेहता अब इंदौर नगर निगम की विघुत विभाग की गाड़ियों से मेंटेनेंस कराकर जनता के ख़ज़ाने में जमकर चूना लगा रहें हैं।

कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव के अनुसार अभी तक 5 साल में लगभग 1 करोड़ 20 लाख की मेंटेनेंस राशि को लूटकर नगर निगम के विघुत विभाग से मेंटेनेंस कराकर लगभग 75 लाख का चूना इंदौर नगर निगम को लगाया हैं। यादव ने मुख्यमंत्री को सारे घोटाले की जानकारी देने के साथ लोकायुक्त एंव आर्थिक अपराध में शिकायत की है।

मुख्यमंत्री से मॉंग की हैं की निम्नलिखित बिंदुओं के आधार पर पर जॉंच करके दोषियों के खिलाफ एफ़आइआर दर्ज करायें :-

(1) स्मार्ट सिटी निगम अधिकारी राकेश अखंड एंव सुनील गुप्ता के खिलाफ एफ़आइआर दर्ज करके बैंक खातों एंव संपतियों की जॉंच करायी जाए।

(2) सूर्या रोशनी लिमिटेड से डमी कंपनी दम्माणी इलेक्ट्रिकल को प्रतिवर्ष 24 लाख में से कितना पैसा एकाउन्ट में दिया गया हैं।इसकी जॉंच की जाये।

(3) इंदौर नगर निगम में विघुत विभाग की गाड़ियों को रंगे हाथ पकड़ा गया हैं सूर्या रोशनी लिमिटेड का मेंटेनेंस कार्य करते हुए।सबूतों के आधार पर विघुत विभाग के आशुतोष शर्मा एंव लोकेश मेहता सहित अन्य निगम विघुत विभाग के ज़िम्मेदार अधिकारियों पर एफ़आइआर दर्ज करके कार्यवाही की जायें।

(4) इंदौर नगर निगम विघुत विभाग द्वारा अवैध रूप से मेंटेनेंस का कार्य पिछले 5 साल से कराने पर दम्माणी इलेक्ट्रिकल सहित निगम के अधिकारियों ने कितना निगम का बजट लूटा हैं।इसकी जानकारी लेकर ऑडिट विभाग द्वारा किये गये भुगतान की जॉंच करके निगम अधिकारियों से वापस वसूली की जाना चाहिए।

कांग्रेस महासचिव राकेश सिंह यादव के अनुसार मुख्यमंत्री को तत्काल संज्ञान लेते हुए सख्त कार्यवाही करना चाहिए।

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी

Discover more from madhyabharatlive

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading

Subscribe