सत्य साईं हॉस्पिटल के संचालक सक्सेना नहीं मानते नियम कायदे कानून को।
धार। निजी चिकित्सालय को संचालित करने के लिए वैसे तो स्वास्थ्य संचालनालय द्वारा कई नियम बनाए गए हैं, पर उनमें भी मुख्य रूप से पंजीकरण और लाइसेंस अनिवार्य होता है। साथ ही चिकित्सालय में प्रदान की जा रही सेवाओं की दरों का प्रदर्शन और रोगी की देखभाल के मानको के रूप से व्यवस्थाएं शामिल होना चाहिए। पर धार का एक ऐसा भी चिकित्सालय है, जहां पर सारे नियम कायदों को ताकपर रखकर चिकित्सालय संचालित किया जा रहा है।
जी हां हम बात कर रहे हैं धार शहर में वर्षों से संचालित ओम साईं राम एवं ओम साई राम के बंद होने के बाद सत्य साइ हॉस्पिटल की, जहां पर आज भी सरकार के द्वारा जारी दिशा निर्देशों को अनदेखा किया जा रहा है। या तो यूं कहें कि अधिकारी ईश ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं, या फिर सीधे-सीधे अधिकारियों की मिलीभगत से यह गोरख धंधा संचालित हो रहा है।
इस संबंध में जब हमने छानबीन प्रारंभ की तब पता चला कि एक विजय शर्मा नाम के डॉक्टर हैं जो की एमबीबीएस हैं। उनके नाम पर यह अस्पताल संचालित किया जा रहा है। जबकि डॉक्टर शर्मा यदा कदा ही इस चिकित्सालय में उपस्थित रहते हैं।
इतना ही नहीं इस चिकित्सालय को एक बगैर डिग्री धारी स्वयंभू डॉक्टर दिलीप सक्सेना ही संचालित कर रहे है। वहां पर नेम प्लेट तो धार के कई वरिष्ठ एवं एमबीबीएस डॉक्टर की लगा रखी हैं। लेकिन यह डॉक्टर यदाकदा ही वहां पर उपस्थित होते हैं।
जबकि चिकित्सालय संचालन में एक नियम यह भी है कि कम से कम डे नाइट के 2 एमबीबीएस डॉक्टर 24 घंटे उपलब्ध होना चाहिए। बावजूद इसके दिलीप सक्सेना अपने चिकित्सालय को नियम विरुद्ध संचालित करते हुए धार में वर्षों से जमे हुए हैं।
उक्त अस्पताल की कई बार शिकायत भी हो चुकी है।
सूत्रों की माने तो अभी हाल ही में चिकित्सालय को एक नोटिस प्राप्त हुआ था जिसमें बड़े लेनदेन के बाद धार के एक जांच करता अधिकारी एवं वरिष्ठ चिकित्सक ने इस अस्पताल को मानक रूप से सही बताकर इति श्री कर ली। जबकि उक्त चिकित्सालय में सुविधाओं का बड़ा अभाव है।
नहीं है पार्किंग की व्यापक व्यवस्था —
मरीज के परिजनों के वाहनों की पार्किंग का अता पता नहीं है, वहीं मरीज के परिजन सड़क पर अपने वाहन इधर-उधर खड़े कर के दिनभर रोड पर ही बैठे नजर आते हैं।
ओम साइ राम बंद होने के बाद मार्च 2022 में ली गई नई मान्यता —
मार्च 2022 से सत्य साइ हॉस्पिटल की परमिशन जिस व्यक्ति के नाम से ली गई उनका नाम डॉ विजय कुमार शर्मा है। जबकि इस अस्पताल का संचालन दिलीप सक्सेना द्वारा किया जा रहा है। सूत्रों की माने तो दिलीप सक्सेना के पास कोई डॉक्टरेट डिग्री नहीं है। बावजूद इनके द्वारा हॉस्पिटल के संचालन के साथ-साथ मरीजों का उपचार भी दिलीप सक्सेना के द्वारा किया जाता है।
क्या बोले डॉ विजय कुमार शर्मा —
जब हमारे द्वारा डॉ विजय कुमार शर्मा से सत्य साइ हॉस्पिटल के बारे में जानकारी के लिए कॉल पर बात करना चाहा गया, तब विजय कुमार शर्मा ने कहा कि हम आपसे बात नहीं करना चाहते और ऐसा कहकर फोन काट दिया।
सत्य साईं हॉस्पिटल के संचालक दिलीप सक्सेना से जब इस संबंध में बात करना चाहि, तब उन्होंने कहा कि आप तो हमारे हॉस्पिटल का प्रचार प्रसार करिए कोई दिक्कत नहीं।
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