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मीडिया के माध्यम से व्यक्ति पर लगाया जा रहां संगीन आरोप क्या सही है ??

धार। कोतवाली पुलिस के अनुसार फरयादिया को आरोपी अपनी मोटरसाइकिल पर बिठाकर उसके पति के पास छोड़ने के लिए ले गया, पति के पास ना छोड़ते हुए आरोपी उसको अपने घर ले गया और पानी पीने के लिए अंदर बुलाकर उसके साथ बलात्कार किया।

अब इन सब में सोचने वाली बात यह है कि जब आरोपी फरयादिया को अपने घर ले गया तब उसके घर उसके माता-पिता भाई-बहन सभी लोग उसको उस महिला का बलात्कार करने के लिए घर को खाली छोड़कर कहीं और घूमने चले गए थे, ताकि वह व्यक्ति उस महिला को अपने घर ले जाकर उसका बलात्कार कर सके।

पुलिस की सोच और कार्यवाही को सलाम —

कुछ भी हो पुलिस की अपनी मर्जी में जो आया वह कर दिया, अरे कम से कम तस्दीक तो की जाए कि जिस व्यक्ति के ऊपर वह महिला आरोप लगा रही वह उसको उसके घर लेकर गया था या नहीं। आसपास के सीसीटीवी फुटेज में उसका उसके घर जाना दिखाई दे रहा है या जब वह उस महिला को अपने घर ले गया था, उस वक्त उसके घर पर कौन-कौन थे। बस पुलिस तो पुलिस ठहरी डिल नहीं हुई तो FIR दर्ज कर दी गई। अगर डील हो जाती तो हो सकता है कि यह प्रकरण भी 151 में तब्दील हो जाता और उक्त व्यक्ति बलात्कार जैसे संगीन अपराध की धाराओं से बच जाता।

हालांकि हम किसी व्यक्ति का पक्ष नहीं ले रहे हैं न हीं हम पुलिस की कार्यप्रणाली को गलत बता रहे हैं। लेकिन जो हो रहा है क्या वह सही हो रहा है। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। पुलिस ने उस व्यक्ति के साथ गलत किया या सही किया यह न्यायालयिन मामला है। हम इस मामले में किसी की पैरवी नहीं करते हैं।

मीडिया के माध्यम से व्यक्ति पर लगाया जा रहां संगीन आरोप —

ताजा मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बताया जा रहा है कि आरोपी भोज हॉस्पिटल में पर्ची काउंटर पर कार्य करता है और आरोपित वहां पर इलाज के लिए भर्ती थी। एडमिट होने के बावजूद वह गलियारे में घूमने गई ठीक उसी समय उसका पति नाश्ता करने के लिए गया। जब पति नाश्ता करने के लिए गया तो आरोपी आरोपिटा को उसके पति के पास छोड़ने के लिए गाड़ी पर बिठाकर ले गया और वह उस वक्त उसके घर ले गया और वहां पर ले जाकर उसका बलात्कार किया, क्या बात है। अंधेर नगरी चौपट राजा वाला खेल चल रहा है। पुलिस ने जो बोल दिया मीडिया ने वह लिख दिया। सच्चाई की छानबीन करना या सच्चाई को दिखाना इससे मीडिया कोसों दूर होती जा रही है।

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी