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Sach Ke Sath

सरदारपुर/धार। जितेन्द्र जैन संपादक मध्य भारत लाइव- कार्तिक महीने में पूर्णिमा के चौथे दिन मनाया जाने वाला करवा चौथ का त्यौहार जिले सहित प्रदेश भर में श्रद्धा और धूमधाम से मनाया गया। करवा चौथ पर, विवाहित महिलाओ ने अपने पति की सुरक्षा और लंबी उम्र के लिए सूर्योदय से चंद्रोदय तक उपवास रख कर ईश्वर से सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद मांगा। सुहागिन महिलाओं ने करवा चौथ व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु की कामना की।

रात में चांद निकलने के बाद महिलाओं ने चांद के दर्शन किए। चांद को अर्ध देने के बाद व्रतधारी महिलाओं ने छलनी से चांद को देखा फिर उसी छलनी से अपने पति की सूरत देखी। पति ने अपने हाथों से पत्नी को पानी पिलाकर व्रत खुलवाया फिर पत्नी ने पति के पांव छूकर उनका आशीर्वाद लिया।

सुबह से रहा महिलाओं में विशेष उत्साह —

इस दिन महिलाओ ने सुबह स्नानादि के बाद व्रत का संकल्प लिया औंर पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला उपावास किया। महिलाओं ने पीली मिट्टी से माता गौरी का चित्र बनाकर, लाल चुनरी, बिंदी, सुहाग सामग्री, रोली, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेद्य अर्पित किया फिर माता को आठ पूरियों की अठावरी और हलवे का भोग लगाया इसके बाद दोपहर के समय करवा चौथ के व्रत की कथा सुनी रात को चंद्रोदय के समय चंद्रमा को अर्ध देकर पति की लंबी उम्र की कामना करते हुए प्रार्थना की। 

बाजारों में रही विशेष रौनक —-

करवा चौथ के दिन नगर के मुख्य बाजारों में काफी रौनक रही। करवा चौथ की खरीददारी के लिए आई माता बहनों के कारण सुबह से लेकर शाम तक भीड़ भरा माहौल रहा। करवा चौथ के लिए महिलाएं कुछ दिन पहले से ही करवा चौथ की तैयारी शुरू कर देती हैं, जिसमें श्रृंगार, गहने, और पूजा के सामान की खरीददारी की जाती है।

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी