आखिरकार क्यों नहीं हो रही कार्रवाई दिलीप सक्सेना के नियम विरुद्ध संचालित अस्पताल पर ?
धार। स्वास्थ्य विभाग के शुस्त एवं लचर रवैये से पनप रहा धार में स्वास्थ्य सेवाओं का खेल। स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर निजी चिकित्सालयों ने मचा रखी लूटमारी।
स्वास्थ्य विभाग क्यों मेहरबान है दिलीप सक्सेना पर। कई बार ऐसे प्रकरण सामने आ चुके हैं, जिसमें ओम साइ राम हॉस्पिटल के संचालक दिलीप सक्सेना की लापरवाहियां उजागर हुई है।
लापरवाहियों के चलते पूर्व में दिलीप सक्सेना को ओम साइ राम हॉस्पिटल बंद करना पड़ा था। जोड़-तोड़ में माहिर दिलीप सक्सेना ने हॉस्पिटल बंद करने के साथ ही नए नाम सत्य साई के नाम से परमिशन ले ली जिसमें संचालक डॉक्टर विजय शर्मा का नाम बताया गया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विजय कुमार शर्मा के द्वारा आयकर विभाग में इस अस्पताल के संचालन का या रजिस्ट्रेशन का कोई उल्लेख नहीं है। जल्द ही हम प्रमाणित दस्तावेजों के साथ इसका भी खुलासा करेंगे कि क्या डॉक्टर विजय कुमार शर्मा द्वारा आयकर विभाग को इस चिकित्सालय के संचालन से संबंधित जानकारी दी गई या नहीं।
कुछ समय पूर्व जयस कार्यकर्ताओं ने भी धरना आंदोलन करके उक्त अस्पताल ओम साइ राम पर कार्रवाई करवाई थी। जिसमें वहां पर कार्यरत सरकारी डॉक्टरों पर भी एफआईआर दर्ज हुई थी। इतना ही नहीं आज भी सत्य साइ चिकित्सालय नियम कायदे कानून को ताक पर रखकर संचालित किया जा रहा है।
जिला चिकित्सालय से लाया जाता है मरीजों को —
गरीब आदिवासी एवं पीड़ित मरीजों को जिला चिकित्सालय जैसे उत्कृष्ट एवं शासन द्वारा संचालित सर्व सुविधा युक्त चिकित्सालय से प्रलोभन देकर के इस निजी चिकित्सालय में लाया जाता है। उसके बाद उन लोगों से मोटी रकम की वसूली की जाती है। इतना ही नहीं यह लोग बीमा कंपनियों को भी पलीता लगाने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
सूत्रों की माने तो उक्त चिकित्सालय में काफी जोड़-तोड़ होता है। जिसमें मरीज को चिकित्सालय में भर्ती करने के बाद फर्जी गाड़ियों एवं फर्जी एक्सीडेंट के केस बनाकर उनका क्लेम पास करवाया जाता है। जिसमें बड़ी रकम चिकित्सालय को प्राप्त होती है। यह गोरखधंधा खूब फल फूल रहा है।
ताजा समाचार (Latest News)
जिला चिकित्सालय के हाल बेहाल, मरीज के हिस्से का फल फ्रूट ब्रेड लड्डू सब गायब
मोटर वाइंडिंग की दुकान में चोरी, 2 लाख से अधिक का सामान चुराया
खबरों से बौखलाया नियम विरुद्ध अस्पताल संचालित करने वाला सक्सेना !