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Sach Ke Sath

आखिरकार क्यों नहीं आते CM और PM वहां जहां के रोड खराब है

धार। चुनाव के दौरान 2018 और 2019 में मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के दौरे के कारण जिन मार्गों को दुरुस्त किया गया था उनमें सबसे महत्वपूर्ण मार्ग एक होता है। मांडव लिंक रोड जो इंदौर एवं रतलाम से आने वाले पर्यटकों को सीधे मांडव पहुंच मार्ग से जोड़ता है।

जी हां हम बात कर रहे हैं इंदौर नाके से गुलाब चक्कर तक बायपास मार्ग की जो मार्ग सबसे अहम भूमिका निभाता है। सीएम और पीएम के काफिले में क्योंकि डीआरपी लाइन स्थित हेलीपैड से जब सीएम और पीएम का काफिला निकलता है तो इसी मार्ग से होते हुए सभा स्थल तक पहुंचता है। जिसके लिए इस मार्ग को हमेशा रातों-रात ठीक किया जाता है।

After all, why don't CM and PM come to the places where the roads are bad?

यही आलम इस बार भी हुआ इंदौर नाके से गुलाब चक्कर तक बायपास मार्ग को डीआरपी लाइन के गेट से इंदौर नाके तक पूर्ण रूप से नया कर दिया गया। जहां पर सीएम के काफिले को एक भी गड्ढे का या खराब मार्ग का एहसास ना हो सके। डीआरपी लाइन के गेट से गुलाब चक्कर तक के मार्ग को अभी भी वैसा ही छोड़ रखा है, जो मार्ग बिल्कुल जर्जर अवस्था में हो रहा है।

उस मार्ग के हिस्से को इसलिए छोड़ दिया गया। क्योंकि सीएम का काफिला डीआरपी लाइन से इंदौर नाके होते हुए पीजी कॉलेज ग्राउंड सभा स्थल पर पहुंचेगा, ना कि डीआरपी लाइन गेट से गुलाब चक्कर तक जाएगा।

प्रधान संपादक- कमलगिरी गोस्वामी

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