आज किया जायेगा भ्रष्टाचार का महिमा मंडन !
उधर काले झंडे दिखाने की असंतुष्टों की तैयारी !
किसी भी सहायक आयुक्त को नहीं दी गई विदाई पार्टी। करोडी बाबू उतार रहा गौतम का कर्ज।
धार। (राकेश साहू) सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग कार्यालय के भ्रष्टाचार में लिप्त रहे करोड़ी बाबू को तत्कालीन कलेक्टर पंकज जैन ने सहायक आयुक्त कार्यालय से हटाकर निर्वाचन कार्यालय में अटैच कर दिया था। मात्र दो महीने के लिए सहायक आयुक्त के प्रभार में आई निसरपुर की प्राचार्य श्रीमती मनीषा गौतम ने सहायक आयुक्त कार्यालय में आते ही इस करोड़ी बाबू को शुभ-लाभ का गणित जमाने के लिए निर्वाचन कार्यालय से वापस सहायक आयुक्त कार्यालय में बुलवा लिया था। मनीषा गौतम ने इस करोड़ी बाबू के साथ मिलकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया, अनेको छात्रावास अधीक्षक बदल डाले, अनेकों अपात्र लोगों को प्रभारी प्राचार्य बना डाला, स्कूलों, छात्रावासों के रिपेयरिंग में फर्जी भुगतान की खबरें भी आई, कमीशनखोरी के चलते स्कूलों को एलॉटमेंट मनमाने तरीके से बांटे गए, अनेकों अटैचमेंट कर डाले गए।
इसे श्रीमती गौतम का दुर्भाग्य ही कहेंगे कि इन सब क्रियाकलापों की सीधी खबर आयुक्त भोपाल को मिली तो उन्होंने श्रीमती गौतम को विभाग से तुरंत चलता कर दिया और मूल पद प्राचार्य निसरपुर पर वापस भेज दिया। अब श्रीमती गौतम आज 30 जून को सेवानिवृत हो रही है तो उनके शुभ लाभ के गणित में सहयोगी करोड़ी बाबू कर्ज उतारने के चक्कर में लिपिक हीरालाल और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी गंगाराम की विदाई पार्टी में श्रीमती गौतम को भी बुलाकर भ्रष्टाचार को महिमा मंडित कर रहा है।
जंहा से सेवानिवृत हो रही हैं, उन्हें विदाई पार्टी भी वहीँ दी जाना चाहिए —
श्रीमती गौतम प्राचार्य के पद से सेवानिवृत निसरपुर से हो रही हैं तो उन्हें विदाई पार्टी निसरपुर में दी जानी चाहिए। किंतु श्रीमती गौतम का कर्ज उतारने के लिए इन्हें हीरालाल व गंगाराम की विदाई पार्टी में बुलाया जा रहा है। सहायक आयुक्त कार्यालय के अनेकों कर्मचारी श्रीमती गौतम को पार्टी में बुलाये जाने के पक्ष में नहीं है, लेकिन फिर भी करोड़ी बाबू अपनी मनमानी चलाता हुआ पार्टी में गौतम को बुला रहा है। इस आयोजन में करोड़ी बाबू के साथ कार्यालय का कंप्यूटर ऑपरेटर और स्कूल छोड़कर कार्यालय में अटैच व्याख्याता और एक प्रिंसिपल है।
दिखाये जाएंगे काले झंडे !
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीमती गौतम के क्रियाकलापों से असंतुष्ट रहे लोगों ने विदाई पार्टी का बहिष्कार करके इस दौरान इन्हें काले झंडे दिखाने की तैयारी गुप्त तरीके से कर ली है और स्वागत के दौरान ये झंडे इन्हें दिखाए जाएंगे।
सहायक आयुक्त के ड्राइवर को फोन कर सरकारी गाड़ी बुला रही निसरपुर —
कहते हैं कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया। श्रीमती गौतम का मूल पद प्राचार्य का होकर निसरपुर में पदस्थ हैं लेकिन अभी भी खुद को सहायक आयुक्त से कम नहीं समझती हैं। तभी तो इन्होंने विगत दिवस सहायक आयुक्त के ड्राइवर को फोन कर दोपहर दो बजे सरकारी गाड़ी धार से निसरपुर बुलवाई है जो उन्हें निसरपुर से लेकर धार आएगी। श्रीमती गौतम को रास्ते में भी काले झंडे दिखाए जा सकते हैं।
किसी भी सहायक आयुक्त की नहीं हुई विदाई पार्टी —
जनजातीय कार्य विभाग में सात वर्षों तक सहायक आयुक्त रहे बृजेशचंद्र पांडे को भी विदाई पार्टी नहीं दी गई, जबकि वे उपायुक्त बन कर इंदौर गए थे। इनके पूर्व में भी अन्य सहायक आयुक्त की भी विदाई पार्टी नहीं हुई हैं। भ्रष्टाचार की जांच में दोषी पाई गई श्रीमती मनीषा गौतम जो पूर्व में निलंबित भी हो चुकी हैं को करोड़ी बाबू की पहल पर पार्टी दी जा रही है जो इनके गठजोड़ को उजागर करता है।
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