इंदौर। प्रदेश के सबसे पुराने और बड़े किराना बाजार इंदौर के सियागंज में तीन दुकानों में आग लग गई। रसायन और घी के डिब्बे भरे होने से आग बुझाने में मशक्कत करनी पड़ी। पानी का छिड़काव होने पर रसायन के ड्रम धमाके के साथ फूटने लगे। तीनों दुकानें खाक हो गईं।
एएसआइ (फायर) सुशील दुबे के अनुसार, आग बुधवार रात पौने तीन बजे गुलाम अब्बास की एमए गौतमपुरावाला दुकान में लगी थी। वहां फिनाइल, एसिड और कीटनाशक दवाएं थीं। ज्वलनशील पदार्थ होने के कारण आग तेजी से भभकी और समीप की फूलचंद बलदेव प्रसाद की चाय पत्ती व घी की दुकान को चपेट में ले लिया। इस दुकान के मालिक नितेश पोद्दार हैं।
कोतवाली पुलिस ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी और गांधी हाल, मोती तबेला व लक्ष्मीबाई फायर स्टेशन से दमकलकर्मी मौके पर पहुंचे। तब तक अनिल मेहता की किराना दुकान (ईश्वरदास भाईचंद) को भी चपेट में ले लिया था। देखते ही देखते आग की लपटें दूर तक दिखने लगीं। आसमान में धुआं ही धुआं दिखने लगा। सियागंज के व्यापारी भी आ गए।
जहरीले धुएं में मास्क पहनकर घुसे जवान, जेसीबी से तोड़ी दुकान
गौतमपुरावाला की दुकान में कीटनाशक और रसायन होने से आग बुझाने में परेशानी आई। पानी का छिड़काव करने पर धमाके की आवाज आने लगी। कीटनाशकों के कारण धुआं भी जहरीला था। जवान मास्क पहनकर अंदर घुसे। तीन मंजिला दुकान में लगी आग पर काबू पाने के लिए जेसीबी से दुकानें तोड़नी पड़ीं। एसपी (फायर) पद्मविलोचन शुक्ला के अनुसार, आग बुझाने में चार लाख लीटर पानी और 600 लीटर फोम लगा है। आग पर गुरुवार रात करीब 8 बजे काबू पाया जा सका।
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