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Sach Ke Sath

धार। जिन बिल्डिंगों को निर्माण के दौरान ही होटल के रूप में निर्माण किया गया था, उन बिल्डिंगों में आखिरकार नियमानुसार चिकित्सा सेवा कैसे प्रदान की जा रही है।

सबसे बड़ा सवाल तो यह होता है कि हॉस्पिटल की मान्यता के लिए सर्वप्रथम उस बिल्डिंग का स्ट्रक्चर दिया जाता है। जिसमें बिल्डिंग के अंदर रिसेप्शन से लेकर आईसीयू और ऑपरेशन थिएटर के साथ-साथ वॉर्ड और प्रायवेट रूम का स्ट्रक्चर दिखाया जाता है। पर यहां तो जादुई कर्मचारियों ने होटल को ही हॉस्पिटल का स्ट्रक्चर बनाकर दे डाली परमिशन।

आखिरकार यह चिकित्सा माफिया किस प्रकार से जोड़-तोड़ करके अपने हॉस्पिटलों की मान्यताएं ले लेते हैं। कैसे नियम विरुद्ध अस्पताल को संचालित कर लेते हैं और उन चिकित्सालय में कई अवैध गतिविधियां संचालित होती है। जल्द ही अगली खबर में हम आपको विस्तृत जानकारी के साथ सबूत के साथ खबर का प्रकाशन करेंगे।

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी