अधिकारियों द्वारा मामले मे कोई कार्यवाही नही। वन भूमि की जमीन पर हो रहे पेड़ों की अवैध काटई।
कुक्षी/धार। (विशाल बाबा नामदेव) जिले मे वन विभाग की लापरवाही के कारण पांच सौ से अधिक पेड़ों को काट दिये गये हैं। इस घटना के बाद वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि दोषियों पर कार्यवाही की जाएगी। 15 दिनो से लगातार पेड़ों कि कटाई जारी है, परंतु जप्ति कि घटना के एक सप्ताह के बाद तक कोई कार्यवाही नही होने से प्रभारी वन परिक्षेत्र बाग के डिप्टी रेंजर जमरा ,डिप्टी रेंजर परमार व नाकेदार चौहान के अप्रबंधन और कार्यप्रणाली पर उठते अनेको सवाल? वन विभाग के अधिकारियों की मिली भगत से लगातार पेड़ काटे जा रहे हैं। शिकायत करने पर कोई उचित कार्यवाही नहीं होती अब तो यह अंदेशा लग रहा हे कि उच्च अधिकारियों के संरक्षण मे कटाई हो रही है जैसे ?
मध्यप्रदेश के धार जिले में वन विभाग की लापरवाही से पांच सौ से ज्यादा छोटे बड़े पेड़ काट दिए गए। जंगल के भीतर पेड़ों की अवैध कटाई का वीडियो भी कैमरे में कैद हो गया है। पेड़ों को काटने के बाद वन भूमि में कब्जे की होड़ शुरू हो जायेगी। तार फेसिंग वाले कम्पाउन्ड 37 नं. वन क्षेत्र में अवैध कटाई पर डिप्टी रेंजर पर्दा डाल रहे हैं।
वही जंगल प्रभारी वालसिंग परमार व नाकेदार रिकाम चौहान कि भुमिका और देख रैख में लापरवाही बरतने कि कार्यवाही होनी चाहिए। इस घटना के बाद वन विभाग के कर्मचारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे है। वहीं मामला उजागर होने के बाद अब वन विभाग के अधिकारी कार्यवाही की दलील दे रहे है।
जंगल की जमीन पर अतिक्रमण की संभावना
दरअसल मामला बाग वन परिक्षेत्र के बाकीं और ग्राम पंचायत नाहवैल गांव का है। यह गांव बडकच्छ, पिपरी पंचायत की सीमा से लगे हुआ है। यहां पर पहले सैकड़ों पेड़ों की बलि चढ़ा दी गई गई। फिर कटाई के बाद खाली हुई जंगल की जमीन पर कब्जा कि कोशिश कि जायेगी, इस कि पहल चारो ओर पौधों कि सुरक्षा के लिए लगाये नुकिले तारो और वहा खबो कि चोरी से हो चुकी है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पचास हेक्टरयर भूमि जंगल कम्पाउन्ड नं.37 पर पौधा रोपण द्वारा शासन की योजना अनुसार 2016-17 में वन विभाग द्वारा 70 से 80 हजार पौधों को लगाया गया था। इस वन क्षेत्र में सागवान, शीशम, खेर, पलास जैसे अनोको प्रजाति के पौधों का रोपण किया गया था। परंतु अवैध रुप से 400 से ज़्यादा छोटे-बड़े पेड़ो की धड़ल्ले से कटाई कर जंगल की जमीन पर अतिक्रमण करने की कोशिस जारी हैं। थोड़े पैसे और जमीन के लालच में पेड़ो की कटाई की जा रही है।
वन विभाग ने नहीं की कोई कार्यवाही
इधर एक सप्ताह से वन परिक्षेत्र बाकीं और ग्राम पंचायत नाहवैल गांव कि बडकच्छ, पिपरी पंचायत रोड के समीप लगे जंगल में अवैध कटाई का खेल चल रहा है, लेकिन वन विभाग द्वारा मामले में अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। जिससे अवैध कटाई करने वाले के हौसले बुलंद है। इसके अलावा कुछ लोगों द्वारा पूर्व में जंगल के भीतर पेड़ो की कटाई कर जंगल की जमीन पर कब्जा कि कोशिश कि जा रही है, लेकिन वन विभाग द्वारा उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही की गई। जंगल की कटाई पर रोक लगाने के लिए वन विभाग कोई पहल नहीं कर रहा है। इसी कारण अब जंगल की जमीन पर अतिक्रमण करने की होड़ मची हुई है।
इस मामले में वन परिक्षेत्र प्रभारी अधिकारी डिप्टी रेंजर जोंगर सिह जमरा का कहना है कि सात आठ दिनों पहले जानकारी हुई थी। बाकी कदवाल के पास जो वनक्षैत्र और उसके आसपास झाड़ियों की कटाई की शिकायत प्राप्त हुई थी। मौके पर पहुंचकर देखा तो 26 पैड खाखरै,पलास के जप्त तक कर कार्यालय लाया गया है। अभी तक किसी के खिलाफ नाम जद कार्यवाही नहीं की गई है। डिप्टी रेंजर जमरा ने आगे बताया कि इस मामले पर उच्चाधिकारियों को पेड़ों की कटाई की जानकारी दे दी गई है। अधिकारी के मार्गदर्शन के बाद कार्यवाही की जाएगी।
संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी
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