इंदौर लोकायुक्त टीम की कार्रवाई, 3 लाख रुपए की मांगी थी रिश्वत, 50 हजार रुपए लेते रंगेहाथ पकड़ाया।
सरदारपुर/धार। (समंदर सिह राजपूत) अमझेरा टप्पा तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस इंदौर ने रंगे हाथ पकड़ लिया।
उक्त मामले में आशीष सोनी पिता कैलाश सोनी सर्राफ़ा व्यापारी अम्बिका रोड ग्राम अमझेरा आवेदक के अनुसार उसे अपनी दादी के स्वर्गवास के बाद फ़ौती नामान्तरण करवाना था। जिसके लिए आवेदक नायब तहसीलदार पंकज यादव से मिला तो उनके द्वारा 3, लाख रुपये रिश्वत की माँग की गई। जिसकी शिकायत आवेदक ने पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त इंदौर कार्यालय में की थी।
शिकायत का सत्यापन कराया गया, जिसमें नायाब तहसीलदार द्वारा उक्त कार्य के लिए अपने एवजी वसीम के माध्यम से तीन लाख रुपये रिश्वत माँगा जाना पाया गया। जिस पर ट्रैप दल का गठन किया गया किंतु आरोपी के शासकीय कार्य में व्यस्त हो जाने से वह रिश्वत लेने नहीं आ सका तब आरोपी द्वारा आवेदक को अपने एवजी वसीम के माध्यम से आवेदक को इंदौर में किसी निर्मल हार्डीया को राशि पहुँचाने का कहा गया।
शनिवार दिनांक 22.7. 2023 को एवजी महेंद्र हार्डीया (प्राइवेट व्यक्ति)को 50, हज़ार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों ट्रैप किया गया तीनों आरोपियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की महत्वपूर्ण धारा 7 एवं 120-बी IPC का प्रकरण दर्ज किया जाकर वैधानिक कार्यवाही की गई।
डीसीपी (लोकायुक्त) प्रवीण सिंह बघेल के मुताबिक, नायब तहसीलदार पंकज यादव धार जिले के अमझेरा में पदस्थ है। इंदौर के आशीष सोनी ने अपनी दादी के निधन के बाद अमझेरा स्थित जमीन का नामांतरण करवाने के लिए तहसील कार्यालय में आवेदन पेश किया था। नायब तहसीलदार यादव ने पहले सोनी को परेशान किया। बाद में नामांतरण के लिए अपने एवजी वसीम के माध्यम से तीन लाख रुपये की मांग की। आशीष ने परेशान होकर तीन लाख रुपए देने की हां तो कर दी, लेकिन लोकायुक्त एसपी एसएस सराफ को भी शिकायत कर दी।
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