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Sach Ke Sath

धार। जहां एक और धार सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों साथ देश भर में नवरात्रि की भक्ति की धूम मची हुई है। सभी भक्त लोग अनेको प्रकार से माता की भक्ति में लीन हैं। वहीं माता की भक्ति में संध्याकालीन गरबो की भी बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका है। गरबा पंडाल में बालिकाएं, माता बहने गरबो की शानदार प्रस्तुतियां दे रही हैं। वहीं आवारा गिर्दी करने वाले युवक अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे है। आवारा युवक गरबा पंडाल में फिल्मी गानों के साथ अश्लील गाने भी बजा रहे हैं। इन गानों पर बालिकाएं नृत्य कैसे कर सकती हैं। अगर माता की भक्ति है तो माता के भजनों की प्रस्तुतियां दी जाए। माता के भजनों पर ही गरबा पंडाल में गरबे होना चाहिए। 

सबसे ज्यादा अश्लीलता ग्रामीण अंचलों में परोसी जा रही है। क्योंकि यहां कोई ना देखने वाला है, ना बोलने वाला। इस चीज का विरोध सोशल मीडिया पर भी हो रहा है। कहीं ना कहीं यह चीज माता की भक्ति में विघ्न डाल रही है।

शासन प्रशासन को ऐसे आयोजको को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि इस प्रकार की गतिविधियों पर रोक लगाई जा सके। यह भारतीय संस्कृति के खिलाफ भी हैं।

क्या कहते है जिम्मेदार —

सभी माता के भक्त लोग गरबा पंडाल में धार्मिक भजन को ही चलाए फिल्मी गानों को ना चलाए, इस प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है तो उन आयजकों पर कार्रवाई की जाएगी। नगर पुलिस अधीक्षक धार – रविंद्र कुमार वास्कले। 

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी