धार। (मदन काबरा) इस तस्वीर पर हमें गर्व होता है और हम सभी को होना भी चाहिए। क्योंकि इस राष्ट्र के सबसे बड़े लोकतंत्र मंदिर लोकसभा क्षेत्र के लिये तीन जिलों रतलाम, झाबुआ और आलीराजपुर के खेतिहर एवं जागरूक मतदाताओं ने अपनों के बीच आपणु मानस के रुप मे जिस मातृशक्ति को सासंद के रुप मे जिम्मेदारी दी वह श्रीमती अनिता नागरसिंह चौहान है जो कि भाजपा संघ व परिवार के संस्कारों मे पली बढ़ी तथा भीगी ऐसी शख्सियत ने अपने पारिवारिक संस्कारों एवं अपने समाज परिवार के बीच रहकर अपना मूलमंत्र अपनी मूल संस्कृति को नही छोड़ा।
वह अभिमान से दूर एक सहज सरल सौम्य सादगी से परिपूर्ण व्यक्तित्व की धनी जमीन से जुड़ी जनप्रतिनिधि का यह साक्षात प्रेरणादायक कार्य हम सबके लिए प्रेरणास्रोत है। उनकी यही कार्यप्रणाली हम सबको प्रभावित करती है। जो कि भाजपा की सासंद निर्वाचित होने के बाद भी प्रतिदिन की दिनचर्या के हिसाब से वह अपनी पुश्तैनी खेती मे आज जब खेतीमाता को उपजाऊ बनाकर बोवनी का इन्तजार है। उस वक्त वह एक माता के रुप मे खेत मे जाकर मेहनत कर जमीन मे बीज बो रही है। उनका यह कर्म वास्तव मे हमें नतमस्तक करता है।
क्योंकि आजकल देखा जाता है कि लोकतंत्र के किसी भी मंदिर मे कोई व्यक्ति के जनप्रतिनिधि चूने जाने पर वह बेताज बादशाहती करनें लग जाता है। वह अपनी मूल संस्कृति अपना पुश्तैनी व्यवसाय तथा अपनें कर्म छोड़कर उनमें राजा महाराजाओं जैसे भावनाएं घर कर वह अभिमान के उस घोड़े पर चढ़ जाता है। जहाँ से उसके जी हुजुरिएँ उसे जमीन पर चलने नही देते है। तब वह अपने किं कर्तव्य विमूढ़ता की दिशा मे भटकता नजर आता है। खैर! उन जी भईय्याओं के कारण जैसें मै ही सबकुछ की भावनाएं घर कर जाती है तब वह पांच बरस बाद गुमनामी के अंधेरे मे खो जाता है।
परन्तु भाजपा की इस सासंद अनिता नागरसिंह चौहान ने अपने जीवन संघर्षों के समय से पुश्तैनी संस्कारों से संस्कारित परिपूर्ण अपनी ग्रामीण परिवेश की सादगी से आम मतदाताओं का जो दिल जीता है उसका जीता जागता उदाहरण है कि, अनेक बरसों से सासंद चूने जानेवाले दिग्गज कांग्रेसी नेता का अभिमान तोड़ा उसको उसकी उसकी जमीन दिखलाई।
इस भाजपा सासंद की अपनी सहज सरल व्यक्तित्व की कार्यशैली उनकी मिलनसारिता उनका मां जैसा अपनत्व का परिणाम है कि लाखों वोटों से उन्होंने विजयीश्री वरण कर ली। यह भावी जनप्रतिनिधियों के लिये भी एक प्रेरणादायक प्रसंग है कि सासंद बनने के बाद भी श्रीमती अनितासिंह जमीनमाता से जुड़कर रह रही है।
यह हम मतदाताओं को शकुन देता है कि उनको उनके परिवार के लिये मेहनत ही सबकुछ है।इस लोकसभा क्षेत्र के मतदाता भाग्यशाली है कि उन्होंने एक योग्य कुशल बहुआयामी व्यक्ति की शख्सियत लिए एक योग्य मातृशक्ति को अपना नेतृत्व दिया वह धन्य है।
शाबाश सासंदजी आपके इस फोटो ने हमे निहाल कर दिया कि, सासंद हो तो ऐसा हो जो जमीन से जुड़ा जमीनीस्तर के लोगों की भावनाएं समझ सके।
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