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Traffic and Kotwali police accused of registering false case and extorting money

Traffic and Kotwali police accused of registering false case and extorting money

यातायात एवं कोतवाली पुलिस पर लगा झूठा प्रकरण दर्ज करने और पैसे उगाई के आरोप

धार। विगत सप्ताह में न्यायपालिका का काम सोशल मीडिया वाले साथी लोग ही कर रहे हैं। वह स्वयं ही पुलिस पर आरोप प्रत्यारोप लगाते हुए यह साबित कर रहे हैं कि पुलिस गलत है। हालांकि यह मामला न्यायालय का होता है।

विगत कुछ दिनों पूर्व नगर पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में कोतवाली पुलिस द्वारा एक 19 वर्षीय लड़के को गिरफ्तार कर उस पर प्रकरण दर्ज किया गया था। हालांकि वह लड़का पूर्व से ही 10 प्रकरण में आरोपी एवं कुछ में विचाराधीन है। 25 आर्म्स एक्ट जैसी धाराए भी उस 19 वर्षीय लड़के पर लगी हुई हैं। बावजूद इसके सोशल मीडिया पर पुलिस के खिलाफ यह बात फैलाई जा रही थी कि पुलिस फर्जी प्रकरण बनाकर मुजरिम को सुधारने का मौका नहीं दे रही है। कोतवाली पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर उक्त व्यक्ति को न्यायालय में पेश किया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया।

यातायात पुलिस पर भी लगे आरोप —

ऐसा ही एक और मामला कल 18 जनवरी 2025 शनिवार के दिन धार मांडव रोड पर सामने आया। जिसमें सड़क सुरक्षा माह अंतर्गत यातायात पुलिस के द्वारा वाहनों की सघन चेकिंग की जा रही थी। जिसके दौरान एक कंटेनर चालक को रोकने का प्रयास किया गया। कंटेनर चालक पुलिस के कहने पर ना रुकते हुए भागने के फिराक में था। चेकिंग टीम के द्वारा उस पर शंका हुई और चेकिंग टीम ने अपने सरकारी वाहन से उक्त ट्रक का पीछा किया। जब ट्रक चालक को रोका गया तो प्रथम दृष्टिया साफ हुआ कि चालक कम उम्र का है। जब पुलिसकर्मी द्वारा पूछा गया कि तेरी उम्र कितनी है। उसने 18 वर्ष बताई तब पुलिस टीम द्वारा गाड़ी के कागज और उसका लाइसेंस मांगा गया और उसे कहा गया कि हमारे साथ थाने पर चलो। इसी दौरान ट्रक चालक अपने कंटेनर को रोड पर खड़ा कर दिया और ट्रैफिक जाम करके हंगामा करने लगा। इतना ही नहीं पुलिस पर पैसे मांगने का आरोप भी लगाने लगा। मामले की गंभीरता को देखते हुए यातायात थाना प्रभारी प्रेम सिंह ठाकुर मौके पर पहुंचे काफी भीड़ इकट्ठा हो गई थी, जैसे तैसे ट्रक चालक को समझा बूझाकर ट्रैफिक जाम खुलवाया गया।

आपको बता दे की उक्त ट्रक चालक को कुछ ग्रामीणों ने भी उसके इस असामाजिक या यूं कहे की पुलिस के खिलाफ कार्य में सहयोग किया। हालांकि उन्होंने ऐसा क्यों किया यह तो नहीं पता। लेकिन पुलिस पर आरोप लगाना कोई बड़ी बात नहीं होती। पुलिस को अपना काम अगर ईमानदारी से करने दिया जाए तो पुलिस कई बड़े खुलासे कर सकती है। पूर्व में भी कई कंटेनर एवं पानी के टैंकर में बड़ी मात्रा में शराब धार में  जप्त की गई है। अगर पुलिस वाहनों की चेकिंग नहीं करेगी तो इस प्रकार के अवैध व्यवसायियों को पकड़ने में सफलता नहीं मिल सकती हैं।

पुलिस टीम द्वारा वाहनों की चेकिंग की जा रही थी तभी एक कंटेनर चालक ने भागने की कोशिश की पुलिस टीम द्वारा उसे रोककर दस्तावेज मांगे, उसके बाद उसने मार्ग पर कंटेनर खड़ा कर दिया और पुलिस पर पैसे मांगने का आरोप लगाने लगा। पुलिस टीम के द्वारा समझाइए देने पर बाद में जाम खुलवाकर मार्ग को दुरुस्त किया। यातायात थाना प्रभारी धार – प्रेम सिंह ठाकुर। 

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी