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President of Hindu Front for Justice reached Bhojshala and inspected

सर्वे में बारकी से साक्ष्य जुटाने के चलते हाईकोर्ट से और समय मांग सकती है ASI

भोजशाला में सर्वे का सोलहवाँ दिन।

धार का किला भी बन सकता है भोजशाला सर्वे का गवाह!

धार। राजा भोज की नगरी धार में विश्व प्रशिद्ध भोजशाला का सर्वे जारी है आज सर्वे का सोलहवाँ दिन है और टीम लगातार सर्वे कर रही है। टीम भोजशाला से जुडी हर चीज का बारीकी से सर्वे कर रही है। टीम ने कई जगहों को चिन्हित किया है। जिसमें खुदाई के दौरान सीढ़िया भी मिली है वही एक कुएं को भी चिन्‍हित किया गया। आपको बता दें कि इसी कुएं के पास प्राचीन मूर्तिया मिली है जिनको भी जांच में शामिल किया जा रहा है।

भोजशाला में आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया का सर्वे जारी है। शनिवार को 16 वें दिन सुबह टीम के सदस्‍य करीब 31 मजदूरों के साथ भोजशाला पहुंचे और परिसर में सर्वे कार्य प्रारम्भ किया। सर्वे में हिंदू और मुस्लिम पक्ष के लोग भी शामिल है। शाम पांच बजें सर्वे दल के सदस्‍य भोजशाला से बाहर आए।

भोजशाला में टीम सर्वे के दौरान कई ऐसे शिलालेख भी उन्हें मिल रहे हैं जो भोजशाला के प्रमाण को मजबूत कर रहे हैं। उक्त टीम 16 दिनों से लगातार कई घंटे तक सर्वे कार्य में लगी हुई है।

धार किला भी बनेगा भोजशाला के सर्वे का गवाह। भोजशाला के सर्वे में ASI सर्वे के विशेषज्ञों का दल धार के प्राचीन किले पर स्थित पुरातत्व संग्रहालय भी पहुंचेगा। यहां भोजशाला से लाए गए शिलालेख को संग्रहालय में रखा गया है।

इतिहास की माने तो यह शिलालेख राजा भोज के काल के हैं और परमार कालीन प्रसिद्ध नृत्य नाटिका पारिजात मंजरी के कुछ अंश उस शिलालेख पर अंकित है।

वहीं धार किले के संग्रहालय में 1010 ईसवी पुराना ताम पत्र भी रखा हुआ है। उस पर नीचे की ओर एक चित्र भी बना हुआ है, जिसमें राजा का नाम और ईसवी सन अंकित है।

बताया जा रहा है कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया का दल किले पर पहुंचकर पूरातत्व अवशेषों का अध्ययन कर भोजशाला के प्रामाणिक इतिहास को सामने लाने का हर सम्भव प्रयास करेगा।

प्रधान संपादक- कमलगिरी गोस्वामी

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