गोशाला की स्टीमेट आधार पर राशि आहरण मगर स्टीमेट आधार पर निर्माण नही।
उपयंत्री कमलेश सांवला एक बार हो चुका मार्च में जिला पंचायत कार्यालय अटैच (संबद्ध)।
मनावर/धार। (रिजवान सिद्दीकी) ग्राम पंचायत वायल की पहाड़ी पर मनरेगा योजना अंतर्गत 34 लाख रुपये की लागत से सिंगाजी गोशाला का निर्माण कार्य ग्राम पंचायत सरपंच गजानंद मुवेल, सचिव व उपयंत्री कमलेश सांवला द्वारा कराया गया। गोशाला में लोहे की चद्दर से टिन शेढ़ से ज्यादा निर्माण किया गया और लाखों रुपए के फर्जी सीमेंट के बिल लगाए गए हैं।
सरपंच व उपयंत्री ने लगाए लाखो के फर्जी बिल —
नवनिर्मित सिंगाजी गोशाला निर्माण कार्य में सरपंच गजानंद मुवेल व उपयंत्री कमलेश सांवला ने फर्जी बिल लगाकर जमकर भ्रष्टाचार किया। गोशाला निर्माण कार्य को लेकर लगाए गए सामग्री बिलो में भ्रष्टाचार करने के लिए सरपंच गजानंद मुवेल व मूल्यांकन कर्ता उपयंत्री कमलेश सांवला ने खुद ठेकेदार बनकर भी काम किया और सरपंच व उपयंत्री ने सामग्री बिलो पर सचिव से हस्ताक्षर तक नही करवाए। बिलो की राशि का भुगतान (आहरण) भी कर लिया गया।
हल ही में सिंगाजी गोशाला निर्माण में भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद सरपंच व उपयंत्री द्वारा गोशाला की रंगाई पुताई की जा रही हैं।
जाँच दल लगा भ्रस्टाचारियों को बचने में —
जनपद पंचायत मनावर की ग्राम पंचायत वायल में नवनिर्माण सिंगाजी गोशाला का जांच दल भ्रष्टाचारी सरपंच व उपयंत्री को बचाने में लगा हुआ है। सिंगाजी गोशाला में हुआ भ्रष्टाचार को लेकर ग्राम पंचायत उप-सरपंच व पंचों द्वारा पूर्व में 5 नवंबर को जनसुनवाई धार में फिर से शिकायत की गई थी। शिकायत के आधार पर जिला पंचायत अधिकारी ने जनपद पंचायत मनावर को आदेश देकर ग्राम पंचायत वायल की सिंगाजी गोशाला भ्रष्टाचार की शिकायत की जांच रिपोर्ट मांगी गई।
शिकायत की जांच आज तक नही हुई —
दो बार हुई शिकायत की जांच आज तक नही हुई और भ्रष्ट सरपंच व उपयंत्री को बचाने को लेकर मनावर जांच दल सहायक यंत्री जनपद पंचायत मनावर, उपयंत्री ग्राम पंचायत वायल व पंचायत समन्वयक अधिकारी ग्राम पंचायत वायल भ्रष्टाचारीयों को समय देकर गोशाला में रंगाई पुताई करने व भ्रष्टाचार को छुपाने का समय दे रहे है।
मनावर की ग्राम पंचायत वायल में मनरेगा योजना अंतर्गत 34 लाख रुपये से सिंगाजी गोशाला बनाई गई। सिंगाजी गोशाला निर्माण में उपयंत्री (सरकारी) स्टीमेट के आधार पर निर्माण तो नही कराया गया, मगर भस्टाचारी सरपंच गजानंद मुवेल व उपयंत्री कमलेश सांवला द्वारा स्टीमेट के आधार पर फर्जी बिल लगाकर राशि आहरण कर ली गई। यहा तक कि सरपंच व उपयंत्री ने गोशाला निर्माण कार्य सामग्री में सचिव तक से कुछ बिलो पर हस्ताक्षर तक नही करवाए ओर सरपंच व उपयंत्री ने लाखों रुपये का भ्रष्टाचार कर सरकार के खजाने को लूट लिया।
मनावर जनपद पंचायत के उपयंत्री कमलेश सांवला को 5 मार्च 24 को जिला पंचायत कार्यालय धार में अटैच (संबद्ध) भी किया जा चुका था। क्योंकि कमलेश सांवला उपयंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग मनावर द्वारा ग्राम पंचायत करोली में चल रहे निर्माण कार्य के निरीक्षण के दौरान उपयंत्री कमलेश सांवला ने हितग्राही से निर्माण सामग्री को स्वयं की गाड़ी में रखने के लिए कहने व मजदूर ओर हितग्राही के साथ अपशब्द, असंयमित भाषा का स्तेमाल करने का वीडियो के आधार पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत धार द्वारा उपयंत्री कमलेश सांवला को कार्यालय जिला पंचायत धार में अटैच (संबद्ध) कर दिया गया था।
इनका क्या है ? कहना —
सरपंच व उपयंत्री का कहना है तकनीकी स्वीकृति और प्रशासकीय स्वीकृति अनुसार कम किया है।
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