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24 hour notice to demolish the building, no action even after 20 days, why...?

24 hour notice to demolish the building, no action even after 20 days, why...?

बिल्डिंग तोड़ने का 24 घंटे का नोटिस, 20 दिन बाद भी कार्यवाही नहीं आखिर क्यों…?

जिले की पिथमपुर नगर पालिका के सीएमओं ऋशिकांत शुक्ला पर बिल्डिंग मालिक मलखान सिंह मोरी के साथ मिलीभगत कर कार्यवाही रोकने के आरोप, प्रधानमंत्री को भी 20 दिन पहले हस्तलिखित पत्र मेल करके की थी, मामले की शिकायत…

पूर्व कांग्रेसी वर्तमान भाजपाई मलखान मोरी के अवैध कॉम्प्लेक्स को नगरपालिका का नोटिस रफूचक्कर…

अवैध बिल्डिंग टूटी तो, टूटेगा मलखान का गुरूर…?

प्रधानमंत्री से भी की थी शिकायत 5 मंजिला अवैध भवन तोड़ने की मांग, मौत के साए में 50 परिवार की जान को था खतरा टुटेगा विश्वमंगल कॉम्प्लेक्स…?

कहते है अति का अंत निश्चित है और फिर चाहे कितना ही धन बल लगाकर व्यक्ति अपने किए कर्मों को छिपा नहीं सकता, सच्चाई समय के साथ अपने आप ऊपर आ ही जाती है और कर्म का फल मिलता ही है।

24 घंटे में अवैध कॉम्प्लेक्स खाली करने का आदेश था, नहीं चला नगरपालिका का बुलडोजर…?

धार। जिले के सुलावड़ में राजनीति की आड़ में चेहरा छिपाए मलखान सिंह मोरी की नींद उस वक्त उड़ गई जब रातों रात नगरपालिका पीथमपुर ने उसके मंडलावदा क्षेत्र में स्थित अवैध विश्वमंगल कॉम्प्लेक्स को नपा का नोटिस थमा दिया गया।

नोटिस के अनुसार बिना भवन अनुझा, विकास अनुमति एवं ट्रेंड सी के यह 3 मंजिला भवन बनाया गया, इसे 24 घंटे के भीतर खाली करना है, अन्यथा नगरपालिका द्वारा कार्यवाई के दौरान होने वाले जान मॉल के नुकसान की जिम्मेदारी स्वयं मलखान सिंह मोरी की होगी।

फिर क्या सारी राजनीति फिसड्डी हो गई और कुछ दिनों पूर्व खुद के कॉम्प्लेक्स को वैध बताने वाले मलखानसिंह मोरी के भवन की सच्चाई भी सामने आ गई।

मलखानसिंह मोरी के और भी कई मामले …

दरअसल मलखान यूं तो नेतानगरी करते है पहले कांग्रेस लेकिन मौका देखते ही भाजपा में जाकर राजनीतिक पृष्ठभूमि तैयार करते रहें और ये कोई पहला मामला नही बल्कि बहुत से ऐसे मामले है जो इनकी हकीकत बंयाँ करने के लिए काफी है।

मासूम बच्चे ने बनाया था मुख्यमंत्री के नाम संदेश वीडियो —

कुछ दिन पूर्व मलखानसिंह मोरी के द्वारा ठगे गए घटाबिल्लौद निवासी डॉक्टर दीपक जैन के 12 वर्षीय बेटे ने मुख्यमंत्री के नाम एक संदेश वीडियो बनाया जिससे मलखान द्वारा निर्मित बिल्डिंग की जर्जर अवस्था का जिक्र किया था, साथ ही बताया था कि बिल्डिंग में 400 लोग निवास करते है बड़ा हादसा हो सकता है।

कुल मिलाकर बिल्डिंग अवैध है इस पर कार्यवाही हो —

वायरल वीडियो के बाद मलखान ने चालकी पुर्वक बिल्डिंग की डेंटिंग पेंटिंग कर दी थी, लेकिन नए पेट की आड़ में बिल्डिंग की जर्जर अवस्था कहां तक छिपती देर से ही सही लेकिन मलखान के विरुद्ध नगरपालिका ने बड़ा एक्सन लिया था जो धरा का धरा राह गया।

भ्रष्टाचार में सुप्रसिद्ध सीएमओं शुक्ला…?

प्रदेश के प्रधान को करना है, पहचान —

प्रदेशभर में हो रही लिखित शिकायतों की अनदेखी, आरोप शुक्ला ने अटकाई कार्रवाई ना आरटीआई में कार्रवाई का जवाब ना सीएम हेल्पलाईन पर शिकायत पर की सुनवाई, शुक्ला ने दबाया पूरा मामला।

सीएमओं निशिकांत शुक्ला नपा रिकॉर्ड में हेराफेरी के मामले में भी घिर चुके है —

वैसे ये भी पहली बार नहीं जब धार के सीएमओं निशिकांत शुक्ला किसी मामले में उलझे है, इससे पहले सीएमओं शुक्ला नपा कार्यों को लेकर विवाद के दौरान धार जिलें में चर्चा में आए थे, तब भी मामला खूब तूल पकड़ा था।

बात ज्यादा बढ़ने के बाद धार के कोतवाली थाने तक भी पहुंची थी। नपा कर्मचारी ने अभ्रद व्यवहार करने को लेकर शुक्ला पर आरोप लगाते हुए कोतवाली थाने में एक आवेदन भी थाना प्रभारी को सौंपा था।

इस पूरे विवाद में कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सुरेश पाल ने अक्टूबर व नवंबर के वेतन देने की मांग को लेकर एक ज्ञापन भी नपा की आवक-जावक शाखा में दिया था। जिसपर सुनवाई नहीं करने की बात पर नपा कर्मी और सीएमओं शुक्ला के बीच बातचीत ओर उसके बाद बहस भी हुई थी।

आगे बात भी बड़ी —

नपा कर्मी ने सीएमओं पर जाति सूचक गालियां देकर अपमानित करने के भी आरोप लगाए थे।

क्या कहते है जिम्मेदार —

मुख्य नगर पालिका अधिकारी ऋषिकांत शुक्ला से जब इस संबंध में चर्चा करना चाहि तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया। 

संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी

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