धार। पाश्चात्य संस्कृति को लेकर न्यू ईयर की पार्टी मनाना कहीं भी गलत नहीं है। पर जब बात विपरीत हो एक महिला और पुरुष के द्वारा 31’st की पार्टी मनाना या यूं कहे की न्यू ईयर सेलिब्रेशन की पार्टी मनाना एक सोचने योग्य मामला होता है।
आपको बता दे कि मामला धार जिला मुख्यालय के कोतवाली थाने में दर्ज हुआ है, जहां पर एक यूवती द्वारा आरोप लगाया गया है कि एक पुरुष ने महिला मित्र को एक निजी होटल में बातचीत करने के लिए बुलाया और उसके साथ दुष्कर्म किया गया। अब यह तो सब जानते हैं कि एक नवयुवक महिला मित्र को होटल में क्यों बुलाता है।
इतना ही नहीं वहां जाने वाली महिला तो जानती है कि जब भी कोई व्यक्ति कहीं होटल के निजी कमरे में अकेले में बुलाता है तो क्या बात करेगा, यह किसी से परे नहीं है।
हम किसी आरोपी या अपराधी का सहयोग सहयोग नहीं करते हैं। पर हम यह बताना चाहते हैं कि जब भी कोई व्यक्ति किसी महिला को अकेले में या एकांतवास में बुलाता है तो क्या होता है। शास्त्रों में भी विदित है कि मां, बहन या बेटी के साथ एकांतवास में नहीं रहना चाहिए, फिर भी आजकल की नवयुवक महिलाएं अपनी स्वैच्छा से किसी पुरुष के बुलाने पर एकांतवास में जाती है। यह सब जानते हैं कि बलात्कार कैसे होता है, क्या होता है। अपनी स्वेच्छा से उसे व्यक्ति के साथ सहवास यानी कि आज की भाषा में बलात्कार कहा जाता है वह करती हैं। उसके बाद उस पुरुष पर अनर्गल बातें एवं उस पुरुष के चरित्र पर दाग लगाकर उस व्यक्ति के ऊपर बलात्कार की धाराओं में प्रकरण दर्ज करवाती है।
जिसके बाद पुलिस प्रशासन भी सोचती है कि उनके आम पके मालवी भाषा में आम पकना यानी कि अपनी आमदनी होना। माना जाता है की जब भी ऐसे कोई प्रकरण आते हैं पुलिस की आमदनी शुरू हो जाती है। पुलिस उस व्यक्ति से मोटी रकम वसूलती है। उसके बावजूद उस व्यक्ति पर बलात्कार जैसी धाराओं में प्रकरण दर्ज करके उसे जेल भेज दिया जाता है।
हालांकि कुछ मामले ऐसे भी होते हैं, जहां पर महिलाएं सही होती है। पर हमारा यह कहना है कि महिलाएं किसी के भी बुलाने पर अपने घर से एकांतवास में मिलने को जाती ही क्यों है। जबकि सबको पता है कि अगर मिलना होता हो तो वह व्यक्ति किसी सार्वजनिक स्थल पर भी मिल सकता है। जैसे कि हमारी भाषा में कहा जाए लाल बाग किला मैदान जहां पर किसी भी प्रकार की कोई घटना करना नामुमकिन होता है। जब उसे यह पता है कि उस व्यक्ति ने किसी होटल पर बुलाया है या होटल के कमरे में बुलाया है तो साफ जाहिर होता है कि वह लड़की अपनी इच्छा से ही गई होगी। जब अपनी इच्छा से गई है तो फिर बलात्कार जैसी कोई घटना घटित होती ही नहीं, क्योंकि वह अपनी इच्छा से अपना शरीर उस व्यक्ति को सौंपती है।
हम इस खबर से किसी को आहत नहीं करना चाहते, अपराधियों को सजा देना माननीय न्यायालय का कार्य है।
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