धार। विधानसभा चुनाव 2023 में मध्य प्रदेश के अंदर धार जिला विशेष चर्चाओं में रहा। यहां पर हमेशा कांग्रेस दो गुटों में नजर आती थी। इस बार भारतीय जनता पार्टी में भी पूर्व जिला अध्यक्ष एवं कार्यकर्ताओं में काफी रोज़ देखा गया। उन्होंने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में राजीव यादव को मैदान में उतारा।
नाम निर्देशन की आखिरी तारीख तक सभी को उम्मीद थी कि राजीव यादव या कुलदीप बुंदेला अपना नाम निर्देशन वापस अपनी पार्टी के समर्थन में ले लेंगे लेकिन इस बार दोनों ही प्रत्याशियों ने अपना नाम निर्देशन पत्र वापस नहीं लिया।
आज शाम पत्रकार वार्ता के दौरान राजीव यादव ने बताया कि पार्टी ने हमें टिकट नहीं दिया उसके बाद भी हम पार्टी के कार्यकर्ता हैं और हमेशा रहेंगे। हम एक प्रत्याशी के रूप में कांग्रेस को प्रतिद्वंद्वी के रूप में हराएंगे और विजय श्री हासिल करेंगे।
पत्रकार वार्ता के दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता अनंत अग्रवाल ने कहा कि 45 साल की राजनीतिक कैरियर में वर्मा दंपति ने धार के लिए कुछ नहीं किया। सभीने अपने व्यवसाय चलाने के लिए राजनीति की और परिवारवाद चलाया जिसका परिणाम है कि हमें एक शेर को मैदान में उतरना पड़ा।
आपको बता दें कि राजीव यादव के समर्थन में धार के कई बड़े दिग्गज नेता शामिल हैं जिनमे वर्मा दंपति के खास करीबी माने जाने वाले जो हमेशा उनके पोलिंग प्रतिनिधि रहे अनंत अग्रवाल एवं भाजपा में सम्मिलित हुए करण सिंह पवार और भी कई ऐसे नेता हैं जो राजीव यादव को अंदरूनी समर्थन कर रहे हैं।
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