धार। संजीवनी कॉलेज ऑफ नर्सिंग तिरला मे विश्व हृदय दिवस, रेबीज़ दिवस एवं शहीदे आजम भगत सिंह जी के जन्म तिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महिला थाना धार निरीक्षक रेनू अग्रवाल सम्मिलित हुई।
मुख्य अतिथि द्वारा दिप प्रज्वल्लित कर चित्रों पर माला पहनाकर कार्यक्रम की शुरुवात की। रेनू अग्रवाल ने अपना वक्तव्य शुरू करते हुए बताया कि मैं जहाँ भी आमंत्रित होती हूँ वहाँ मेरे पुलिस अधीक्षक महोदय मनोज कुमार सिंह सर एवं अपने पूरे पुलिस विभाग को ही रिप्रेजेंट करती हूं।
टी आई रेनू अग्रवाल ने बचपन के पढ़े किसी चैप्टर का हवाला देते हुए बड़े रोचक ढंग से बताया कि हृदय वास्तव में वैसा नहीं होता जैसा हम फिल्मों, कार्ड्स, सॉफ्ट टॉयज में देखते है असली में तो हृदय भूरे, बैंगनी रंग का आर्टरीज और वेंस से घिरा फंसा हुआ, करीब-करीब मांस से लत्पथ एक 15 से मी लंबा और करीब 350 ग्राम वजनी अंग है जो हर दिन इतना अधिक रक्त पंप करता है कि कुल धमनी शिराओ को अगर लंबाई में नापा जाए तो एक दिन में ही 96 हजार किमी की दूरी तय करने जितना लम्बी रक्त नलिकाओं में से रक्त संचार करता है ।
प्रति दिन जितना रक्त पंप करता है जिससे कि 18,000 लीटर वाली एक टंकी भर जाए। एक सामान्य जीवन काल में एक हृदय लगभग 3 लाख टन लीटर रक्त पंप करता है। ये दिन रात काम करता है। कभी भी सोता नही हैं। इसका प्यार, मोहब्बत एवं शायरी से कोई लेना देना नहीं है।
हृदय का मुख्य कार्य शरीर में रक्त परिसंचरण करना है। यह बिना रुके-थके 24 घंटे हमारे लिए अनवरत काम करता रहता है, इतने महत्वपूर्ण अंग को बताइए हम क्या समझते है………????
ह्रदय बिना घड़ी देखे हमारे लिए हमेशा काम काम करता रहता है। हमारा भी यह कर्तव्य है कि हम शारीरिक कार्यकलाप जैसे व्यायाम, वॉक, पानी खूब पीकर, सब्जियां और फल खाकर इसकी देख-रेख करें।
किसी भी शिक्षा का उद्देश तब ही पूर्ण होता है जब हृदय और दिमाग दोनो विकसित हों। किसी भी समाज में बैलेंस स्थापित करने के लिए दिमाग के साथ-साथ दिल (मन) का स्वस्थ सही होना भी आवश्यक है।
If you keep your head and heart in the right direction, you need not worry about your feet.
रेबीज के संबध में बताया कि जानवर हमारे समाज का महत्वपूर्ण अंग हैं उनके साथ सामंजस्य हमे बनाना है तो वे हमारे रक्षक और भावनात्मक साथी होते है। आज सरदार भगत सिंह जी के बलिदान देश के लिए त्याग जीवन मूल्यों और शिक्षाओं को अपने भीतर लाकर जीने की आवश्यकता है।
वक्तव्य का अंत करते हुए कहा — कि सही शिक्षा हर रोग की प्रतिरोधी वैक्सीन है, दिल स्वस्थ रखिए और उसकी हर धड़कन में भारत माता होनी चाहिए।
इसके साथ ही साथ छात्र छात्राओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुए साइबर क्राइम के संबंध में भी जानकारी दी, कि वर्तमान बढ़ते साइबर क्राइम के समय में क्या-क्या सावधानियां रख इनसे बचा जा सकता है।
इसके साथ ही वहां उपस्थित छात्राओं को उनकी सुरक्षा के संबंध में बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जानकारी दी छोटी-छोटी बातों को रोजमर्रा की जिंदगी में अपनाकर खुद को सुरक्षित रखा जा सकता है, वहां उपस्थित छात्राओं की शंका का समाधान किया गया।
इस अवसर पर कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा हार्ट एवं रेबीज़ से सम्बंधित रंगोली एवं पोस्टर कंपटीशन आयोजित किया गया। साथ ही कार्डियक अरेस्ट होने पर क्या कार्यवाही करें इस संबंध में डेमो दिया गया।
संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी
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