इंदौर बावड़ी हादसा, अब तक 20 से 22 को निकाला जा चूका, सास-बहू सहित नौ दस लोगों की मौत की खबर।
इंदौर। रामनवमी पर बड़ा हादसा हो गया। स्नेह नगर के पास पटेल नगर में श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर परिसर में बनीं बावड़ी के ऊपर की छत धंसने से 25 से अधिक लोग बावड़ी में गिर गए। सुबह करीब 11.30 बजे की घटना। अभी तक चल रहे रेस्क्यू अभियान में अभी तक 19 लोगों को बावड़ी से निकाला गया है, जिनमें दो छोटी बच्चियां भी हैं। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। कुल नौ लोगों की हादसे में मौत हो चुकी है, जिनमें सात महिलाएं और एक पुरुष हैं। एक घायल की अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई। मृतकों में एक सास-बहू भी शामिल हैं।
कलेक्टर इलैया राजा टी द्वारा बताया गया की करीब 11 मृतक मिलने की आशंका है। मृतकों को चार लाख रुपये की मदद और घायलों को 50 हजार की मदद मिलेगी। मुख्यमंत्री करेंगे घोषणा। संभवतः जांच कमेटी भी होगी गठित।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंदिर के पास टीनशेड में बावड़ी पर निर्माण था। लोग नवमी पर हवन कर रहे थे, तभी यह बड़ा हादसा हो गया। मंत्री तुलसी सिलावट निगम आयुक्त से बोले, निगम की जितनी भी बावड़ी है उनकी सुरक्षा जांचे।
बावड़ी में गिरे लोगों को बचाने का किया जा रहा है प्रयास। हादसे के बाद भी काफी देर तक मौके पर फायर बिग्रेड, एंबुलेंस और 108 गाड़ियां नहीं पहुंची थी।
इससे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। सकरी गलियां होने से राहत कार्य करने में भी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। एंबुलेंस व 108 की गाड़ी निकलने में भी परेशानी हो रही थी। कुछ लोगों को जैसे-तैसे बाहर निकाला गया। गिरने वाले लोगों के परिजन बेहाल।
पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर और निगमायुक्त सहित प्रशासन की टीम सूचना मिलते ही मोके पर पहुंचे। इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित तमाम एमआईसी सदस्य मीटिंग छोड़ निकले दुर्घटना स्थल के लिए। साथ ही कई राजनेता भी पहुंचे। राहत कार्य के लिए गोताखोरों को भी बुलाया गया।
घटना को कवर कर रहे मीडियाकर्मियों से भी हाथापाई की सूचनाए मिली है। अभी स्थिति बेहद खराब है। अभी कई लोग लापता हैं। अभी तक चार लोगों को बावड़ी से निकाला गया है और उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। लोगों में इस समय काफी आक्रोश है। जो लोग बावड़ी के अंदर फंसे हैं, वह सीढ़ियों पर हैं। उन्हें आक्सीजन पहुंचाई गई है। अभी भी महिलाओं और बच्चों के फंसे होने की आशंका जताई गई है।
स्थानीय रहवासी ने बताया कि बावड़ी के पास अवैध रूप से मंदिर बनाया गया था और वहां के सभी हवन अनुष्ठान बावड़ी पर होते थे। इस अवैध निर्माण में क्षेत्रीय नेताओं का भी समर्थन था। इस अवैध निर्माण की शिकायत पहले भी कई बार की जा चुकी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
लोहे की जाली पर किया था निर्माण
मंदिर के पास टीनशेड में बावड़ी पर निर्माण था। लोग नवमी पर हवन कर रहे थे तभी हादसा हुआ। निगम अफसरों के मुताबिक 40 फीट गहरी है बावड़ी, उस पर लोहे की जाली थी। एक कमरे के बराबर चौड़ाई है बावड़ी की। लोहे की जाली पर स्लैब डालकर निर्माण किया गया। हवन के दौरान बावड़ी की छत पर ज्यादा लोगो के होने से जाली टूटी और हादसा हुआ। बावड़ी की जानकारी निगम के अफसरों को नहीं थी। हादसे के बाद अफसरों को पता चला कि यहां बावड़ी है। भोपाल में वरिष्ठ अफसर, मुख्यमंत्री को भी दे रहे जानकारी। कलेक्टर बोले अभी हमे काम करने दो रेस्क्यू चल रहा। बाद में जानकारी देंगे। कलेक्टर से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने तीन बार फोन पर जानकारी ली।
कम जगह के कारण बड़ी मशीनें नहीं लगा सकें
जगह कम होने से बड़ी मशीनें नहीं लगा सकते थे। हालांकि यहां पर पर्याप्त व्यवस्था की गई। पर्याप्त लाइट और आक्सीजन की व्यवस्था की गई है। अभी तक 12 लोगों को निकाला जा चुका है, अभी भी 8-9 लोगों के अंदर होने की सूचना है। करीब आधे घंटे में सभी लोगों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने लि स्थिति की जानकारी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर कलेक्टर व इंदौर कमिश्नर से फोन पर चर्चा कर रेस्क्यू ऑपरेशन को तेज करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय, इंदौर जिला प्रशासन से निरंतर संपर्क में है। इंदौर पुलिस के आला अधिकारी, जिला प्रशासन के आला अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं। श्रद्धालुओं को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं।
संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी
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