आकाशे तारकम लिंगम, पाताले हाटकेश्वरम।
मृत्युलोके महाकालं, त्रियलिंगम नमोस्तुते।।
01. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग (गुजरात सौराष्ट्र)
02. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग (गुजरात वडोदरा)
03. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग (आंध्र प्रदेश कृष्णा)
04. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (मध्य प्रदेश उज्जैन)
05. ओंकारेश्वर — ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग, दोनों की गणना एक में ही है (मध्य प्रदेश खंडवा)
06. वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग (झारखंड संथाल)
07. भीमशंकर ज्योतिर्लिंग (महाराष्ट्र डाकिनी)
08. त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग (महाराष्ट्र नासिक)
09. घृश्णेश्वर ज्योतिर्लिंग (महाराष्ट्र दौलताबाद)
10. रामेश्वर ज्योतिर्लिंग (तमिलनाडु रामेश्वर)
11. विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग (उत्तर प्रदेश वाराणसी)
12. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग (उत्तराखंड रुद्र प्रयाग)
सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम् ।
उज्जयिन्यां महाकालम्ॐकारममलेश्वरम् ॥१॥
परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमाशंकरम् ।
सेतुबंधे तु रामेशं नागेशं दारुकावने ॥२॥
वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यंबकं गौतमीतटे ।
हिमालये तु केदारम् घुश्मेशं च शिवालये ॥३॥
एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः ।
सप्तजन्मकृतं पापं स्मरणेन विनश्यति ॥४॥
संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी
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