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हम संगठित होंगे तो जिहाद को दबा सकेंगे- मं नृसिंहदास जी

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में हजारों हिंदुओं एकत्रिकरण।

धार का उदय रंजन क्लब मैदान हिंदू एकता का बना गवाह।

बाजार बंद रखकर लोगों ने धरने व रैली में की सहभागिता।

धार। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और हत्याओं को लेकर जिले के सकल हिंदू समाज ने एकजुटता दिखाई। इस प्रदर्शन का गवाह बना धार का उदय रंजन क्लब मैदान, जहां हजारों हिंदुओं ने यह संदेश दिया कि वे एक हैं और बांग्लादेश के हिंदुओं के साथ हैं। इस महान संकल्प शक्ति के आयोजन में मातृशक्ति बड़ी संख्या में उपस्थित रही। इस मौके पर हिंदू समाज द्वारा आयोजित धरना सभा को संबोधित करते हुए मांडू के महंत नृसिंहदास महाराज ने कहा, “हम संगठित होंगे तो जिहाद को हम दबा सकेंगे। हम एकजुट होकर खड़े रहेंगे तो हम अपने बांग्लादेशी हिंदू भाइयों के साथ खड़े रहेंगे। उन पर होने वाले अत्याचार वास्तव में धर्म के खिलाफ हैं और हमारा यही संकल्प है कि अधर्म का नाश होंगा।

महंत नृसिंहदास महाराज ने बुधवार को बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर आयोजित विशाल धरना प्रदर्शन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि विश्व में भारत हमेशा विश्व गुरु रहा है और रहेगा। हम यह सुन रहे हैं कि “हम बंटेंगे तो कटेंगे,” लेकिन आज हमें संकल्प लेना है कि हम बंटेंगे नहीं, यह हमें तय करना है। सकल हिंदू समाज की शक्ति के संगठित रहने के लिए हमें हमेशा तत्पर रहना होगा। यह भय हमारे प्रति है कि जब हम एक होंगे, तो विश्व का क्या होगा? इस सृष्टि पर संपूर्ण राज्य हिंदू का ही रहा है। हर जगह हम सनातन संस्कृति को लेकर विश्व के हर पटल पर खड़े रहे हैं और विश्व गुरु के रूप में खड़े रहे हैं। लेकिन कहीं ना कहीं हमारी इन शक्तियों को दबाने के लिए, हमारे अस्तित्व पर प्रश्नचिह्न लगाने के लिए हम पर समय-समय पर यह अत्याचार हुआ है।

भारत देश की नारी को रणचंडी बनना होगा —

इसके पूर्व सभा को संबोधित करते हुए अमृता दीदी ने कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं पर नरसंहार हो रहा है, वहां महिलाओं की अस्मिता लूटी जा रही है। ऐसे में भारत देश की नारी को रणचंडी बनना होगा, और यदि मातृ शक्ति रणचंडी बन गई, तो हम बांग्लादेश में हमारी हिंदू बहनों के साथ होने वाले अत्याचारों को नहीं होने देंगे। यह राम का देश है, यहां हम संगठित हैं, तो हमारे लोगों को प्रताड़ित नहीं होने देंगे। इसके लिए जागरण बहुत जरूरी है। यह राजा भोज की नगरी है और यहां से जो जागरण होगा, वह न केवल देश में बल्कि दुनिया तक पहुंचेगा।”

22% हिंदू थे, लेकिन अब 7% हिंदू ही रह गए हैं —

हिंदू समाज के आयोजन में ललित कोठारी ने कहा, “बांग्लादेश में जो घटनाएं हो रही हैं, हम सभी उनसे परिचित हैं। न केवल बांग्लादेश में, बल्कि भारत में भी कट्टरवादी ताकतें अत्याचार कर रही हैं। इसलिए हमें एकजुट होना होगा।” उन्होंने कहा कि “बांग्लादेश में एक समय 22% हिंदू थे, लेकिन अब हम 7% हिंदू ही रह गए हैं। इसी तरह की स्थिति चिंताजनक है। पूरी दुनिया में ईसाइयों के लिए बड़ी संख्या में देश हैं। इसी तरह से मुसलमानों के लिए 57 से अधिक देश हैं, लेकिन हिंदुओं के लिए केवल एक भारत देश है। इस भारत देश को ही बांग्लादेशी हिंदुओं की भी रक्षा करनी होगी। हमें संकल्प लेना होगा कि हम एक रहेंगे।”
जात-पात की भर दो खाई… हिंदू हम सब भाई भाई

इस अवसर पर कपिल निनामा ने भी अपना संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में जो हिंदुओं के साथ अत्याचार हो रहा है, इसका विरोध करें। जिहादी ताकतें हिंदुओं को तोड़ने का षड्यंत्र कर रहे हैं। ऐसी विचारधाराओं को मुंहतोड़ जवाब देना है तो जात-पात की भर दो खाई… हिंदू हम सब भाई भाई। भारत पर जब जब संकट आया है। तब -तब उसका मुंह तोड़ जवाब दिया है। आज भी हमारे भारत के एक हिस्से बांग्लादेश में संकट है, लेकिन इसके लिए हमें एकजुट होने की आवश्यकता है और यह तभी हो पाएगा जब हम अपने आपको हिंदू कहेंगे। ना हिंदू कटेगा ना हिंदू बंटेगा।

कलेक्ट्रेट पहुंचे और ज्ञापन दिया —

इस मौके पर वरिष्ठ अभिभाषक उदय वड़नेरकर ने ज्ञापन का वाचन किया। उसके पश्चात जिले का संगठित हिंदू समाज, जिसमें महिलाएं, पुरुष और हर वर्ग के लोग शामिल थे, भगवान ध्वज और राष्ट्रध्वज के तले एकजुट होकर कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां कलेक्टर प्रियंक मिश्रा को ज्ञापन सौंपा गया। यह एकता- इस बात का प्रमाण थी कि अब बांग्लादेश में ही नहीं, बल्कि देश और दुनिया के किसी भी कोने में होने वाले हिंदुओं पर अत्याचार के खिलाफ यहां का हिंदू समाज उसके सहयोग, साथ और रक्षा के लिए संकल्पित है। कार्यक्रम में मंचासीन यशवंतगंज गुरुद्वारे के ज्ञानी दरबार सिंह, हटवाड़ा गुरुद्वारा के मनजीत सिंह, ओम पर्वत ज्ञानपुर के महंत हरि हीरानंद महाराज थे। कार्यक्रम का संचालन कवि पंकज प्रसून ने किया
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संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी

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