भोजशाला मूर्ती मामले में तीन ओर गिरफ्तार; कोर्ट में पेश किया गया, 26 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में।
धार। माँ वाग्देवी मंदिर हिंदुओं की आस्था का केंद्र भोजशाला में मूर्ति रखने के मामले में दूसरे दिन बुधवार को पुलिस ने तीन और लोगों को गिरफ्तार किया गया।
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह तीन लोग अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी हैं। जिन्होंने स्वयं थाने पर प्रस्तुत होकर अपनी गिरफ्तारी दी। थाने की कार्यवाही पूर्ण होने के बाद कोर्ट में पेश किया गया।
बताया जा रहा है कि पूछताछ में इन तीन व्यक्तियों द्वारा अपने साथ मौजूद अन्य तीन लोगों के नाम भी पुलिस को बताए गए है। पुलिस शेष की तलाश में जुट गई है।
आपको बता दें कि उक्त मामले में अब तक कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कल मंगलवार को पुलिस ने रवि चौधरी नामक युवक को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने इस मामले में आज शिव कुमार पिता रमाकांत भार्गव निवासी रायसेन, मनोज पिता लखन सिंह तंवर निवासी ताजपुर थाना नौगांव जिला धार और माखन पिता वासुदेव बैरागी निवासी पिपलिया थाना सागौर जिला धार को 26 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
गौरतलब है कि 9-10 सितम्बर की रात्रि में करीब 2 से 3 बजे के मध्य भोजशाला के गृभ ग्रह में मूर्ति स्थापित करने के बाद कुछ फोटो व वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किए गए थे। जिसमें मूर्ति प्रकट होने की बात हिंदू संगठन से जुडे़ लोगों द्वारा की गई थी।
उक्त मामले में अखिल भारत हिंदू महासभा की और से भी एक वीडियो जारी किया था। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, अज्ञात लोग पिछले हिस्से की जाली को काटकर अंदर की और घुसे और मूर्ति स्थापित करने का प्रयास किया। पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने मूर्ति को अपने पास सुरक्षित रखते हुए थाने पर कार्यवाही को लेकर एक आवेदन सौंपा था। जिसमें पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की थी।
भोजशाला परिसर में लगे कैमरों की रिकॉडिंग पुलिस ने देखी। जिसमें पता चला कि मूर्तिं अंदर लेकर आने का प्रयास रात्रि करीब 2 बजे के बाद हुआ। करीब 8 से10 मिनट तक मूर्ति लेकर आए लोग भोजशाला के गृभग्रह में मौजूद रहे। सीसीटीवी फुटेज के अनुसार। पुलिस ने सबसे पहले ग्राम रिंगनोद निवासी रवि चौधरी को गिरफ्तार किया। उसने अपने साथ मौजूद लोगों के नाम पूछताछ में पुलिस को बताए। सभी लोग हिंदू महासभा से जुडे़ हुए बताए जाते है।
रवि ने पुलिस को बताया था कि मूर्ति लेकर वह लोग 9 सितंबर की शाम को धार में आए थे। जिसके बाद उसे बुलाया गया। तब मूर्ति ले जाने की पूरी योजना के बारे में सभी को जानकारी पता चली।
सीसीटीवी फुटेज से उजागर हुआ मामला
पुलिस की शुरुआती जांच में ही कैमरों की फुटेज देखी जिसमे साफ हो गया था कि मूर्ति रखने का प्रयास किया गया। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि मूर्ति कहां से बनकर आई। ताकि मूर्ति बनाने वाले का पता लगाया जा सके। इधर उक्त मूर्ति को धार पुलिस ने जब्त कर सुरक्षित रखा है। वहीं कैमरों की पूरी रिकार्डिंग की एक सीडी बनाकर पुलिस अपनी जांच में शामिल करेगी।
संपादक- श्री कमल गिरी गोस्वामी
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